Edited By Updated: 26 Feb, 2017 02:10 PM
अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के सीने पर एक और तमगा लग गया है।
मंडी (नीरज शर्मा): अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के सीने पर एक और तमगा लग गया है। यहां पर आज सुबह आयोजित हुई देवध्वनि ने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपनी जगह बना ली है। रविवार को 2000 बजंतरियों ने देवध्वनि कर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। पिछले साल 1806 बजंतरियों की देवध्वनि का रिकॉर्ड था। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मौजूदगी में बजंतरियों ने बाम, ढोल, नगाड़ा, करनाल और शहनाई जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों का इस्तेमाल कर देवध्वनि पैदा की। रिकॉर्ड बनाने के लिए चार जो चौहार घाटी, बल्ह घाटी, सिराज और सनौर घाटी के बजतंरियों ने देवधवनि की।
10 मार्च 2016 का रिकॉर्ड टूटा
पिछले साल शिवरात्रि महोत्सव में 10 मार्च 2016 को बजतरिंयों ने नया रिकॉर्ड बनाया था। एक साथ 1806 बजंतरियों ने देवध्वनि की और ये कीर्तिमान लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ था।