Edited By Updated: 04 Dec, 2016 08:00 PM
विश्व के प्राचीनतम गांव मलाणा में रविवार को मणिकर्ण घाटी के पीणी क्षेत्र की कन्या रूपी माता भागा सिद्ध और मलाणा के आराध्य देवता जम्दग्नि ऋषि का भव्य देव मिलन हुआ।
कुल्लू: विश्व के प्राचीनतम गांव मलाणा में रविवार को मणिकर्ण घाटी के पीणी क्षेत्र की कन्या रूपी माता भागा सिद्ध और मलाणा के आराध्य देवता जम्दग्नि ऋषि का भव्य देव मिलन हुआ। भाई-बहन के भव्य देव मिलन को देखने के लिए सैंकड़ों हरियानों का सैलाब उमड़ पड़ा। इसी दौरान माता भागा सिद्ध ने मलाणावासियों को एकजुट होने का देव आदेश दिया तथा देवी-देवताओं की पुरानी देव रीत के अनुसार चलने को कहा है। देव नियम के आधार पर न चलने से क्षेत्र में अनहोनी होने का संकेत भी दिया है।
देव मिलन के दौरान माता भागा सिद्ध ने अपने भाई देवता जम्दग्नि ऋषि को अपने मूल स्थान पीणी में पधारने का निमंत्रण भी भेजा है। देव आदेश का पालन करने के लिए हरियानों ने एकजुटता दिखाने का प्रण लिया है। सोमवार को देवता जम्दग्नि ऋषि की सौह में हरियान बारिश व बर्फबारी के लिए गुहार लगाएंगे। माता भागा सिद्ध के पुजारी मोहर सिंह ठाकुर ने कहा कि रविवार को माता भागा सिद्ध व देवता जम्दग्नि ऋषि का भव्य देव मिलन हुआ है। यह देव मिलन इतिहास है जो 67 साल के बाद हुआ है। इस दौरान माता भागा सिद्ध ने मलाणावासियों को एकजुटता दिखाने व प्राचीन देव परम्पराओं को न तोडऩे का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि सोमवार को बारिश व बर्फबारी के लिए देवता के समक्ष पुछ डाली जाएगी।