Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Dec, 2017 02:47 PM
हिमाचल में कम सैलरी पर ट्रेनी कंडक्टरों को भर्ती करने का फैसला एचआरटीसी के लिए खुद ही परेशानी का सबब बन गया है। जानकारी के अनुसार एचआरटीसी में ट्रेनी कंडक्टर रोजाना हजारों रुपए का टांका लगा रहे हैं।
हमीरपुर (अरविंदर): हिमाचल में कम सैलरी पर ट्रेनी कंडक्टरों को भर्ती करने का फैसला एचआरटीसी के लिए खुद ही परेशानी का सबब बन गया है। जानकारी के अनुसार एचआरटीसी में ट्रेनी कंडक्टर रोजाना हजारों रुपए का टांका लगा रहे हैं। निगम को कंडक्टरों से सेवाएं लेना महंगा पड़ रहा है। निगम ने अभी तक प्रदेश भर से 760 के करीब ट्रेनी कंडक्टरों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जबकि दो दर्जन से अधिक ट्रेनी के खिलाफ राज्य के विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
60 ट्रेनी कंडक्टरों को दोषी पाए जाने पर दिखाया गया बाहर का रास्ता
हमीरपुर में ही अकेले 60 ट्रेनी कंडक्टरों को दोषी पाए जाने पर नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। जानकारी के अनुसार राज्य भर में टांका खोर कंडक्टरों और प्रशिक्षुओं को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान के दौरान करीब 760 प्रशिक्षुओं को टांके लगाते रंगे हाथ पकड़ा गया है। जिन्हें प्रशिक्षण से हाथ धोना पड़ा है। यही नहीं 20 से अधिक प्रशिक्षुओं के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न थानों में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है। जो प्रशिक्षु टांका लगाते पकड़े गए हैं।
भविष्य में एचआरटीसी में नहीं कर सकेंगे नौकरी
वह भविष्य में एचआरटीसी में नौकरी नहीं कर सकेंगे। क्योंकि उनके लिए निगम में नौकरियों के द्वार हमेशा के लिए बंद हो गए हैं। हमीरपुर एचआरटीसी के आरएम अनूप राणा ने बताया कि एक अभियान के तहत हमीरपुर में भी 60 प्रशिक्षु कंडक्टरों पर अब तक नौकरी से निकाला गया है और उन्हें अब निगम की बसों में दोबारा नौकरी का अवसर नहीं दिया जाएगा।