Edited By Punjab Kesari, Updated: 21 Dec, 2017 04:16 PM
प्रसिद्ध धार्मिक स्थल देव कमरूनाग मंदिर में कड़ाके की ठंड व करीब 1 फुट बर्फ होने के बावजूद युवा अपनी जान जोखिम में डालकर देवता के दर्शन करने के लिए कमरूनाग पहुंच रहे हैं जोकि कभी किसी के लिए खतरा साबित हो सकता है।
गोहर: प्रसिद्ध धार्मिक स्थल देव कमरूनाग मंदिर में कड़ाके की ठंड व करीब 1 फुट बर्फ होने के बावजूद युवा अपनी जान जोखिम में डालकर देवता के दर्शन करने के लिए कमरूनाग पहुंच रहे हैं जोकि कभी किसी के लिए खतरा साबित हो सकता है। पिछले साल शिकारी देवी में हुए हादसे के बाद प्रशासन व देवता कमेटी ने कमरूनाग व शिकारी देवी के मंदिरों में आगामी मार्च महीने तक न जाने की सलाह व चेतावनी बोर्ड लगा रखे हैं लेकिन लोग इसकी परवाह किए देवता के दर्शन को पहुंच रहे हैं। इस मंदिर के रास्तों व परिसर में आजकल भी एक फुट के लगभग बर्फ है और झील भी पूरी जम गई है।
बाहर के नहीं स्थानीय लोग आ रहे हैं कमरूनाग
कमरूनाग देवता कमेटी के कटवाल भीष्म कुमार ने कहा कि पिछले दिनों में बर्फबारी होने के बाद मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए कोई भी सुविधा नहीं है। वहां से खाने-पीने के अलावा बिस्तर बर्तन जैसी सारी सुविधाएं वहां से सुरक्षित स्थान गांव सरसाच के भंडार में लाई गई हैं। लोगों से कई बार आग्रह किया गया कि मार्च तक कमरूनाग न जाएं। उन्होंने कहा कि यहां आजकल बाहर के नहीं बल्कि स्थानीय युवा आ रहे हैं। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया है कि वे अपने बच्चों को कमरूनाग सहित शिकारी देवी जाने से रोकें।