Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Oct, 2017 04:30 PM
प्रदेश में आम लोगों की आमदनी भले ही ज्यादा न बढ़ी हो लेकिन नेताओं की आय में बेतहाशा बढ़ौतरी देखने को मिली है। लखपति नेता करोड़पति हो गए हैं और करोड़पति नेताओं की आय में भी जबरदस्त उछाल आया है। इनमें से कुछ नेता ऐसे भी हैं जिनकी आय में 400 फीसदी से...
शिमला: प्रदेश में आम लोगों की आमदनी भले ही ज्यादा न बढ़ी हो लेकिन नेताओं की आय में बेतहाशा बढ़ौतरी देखने को मिली है। लखपति नेता करोड़पति हो गए हैं और करोड़पति नेताओं की आय में भी जबरदस्त उछाल आया है। इनमें से कुछ नेता ऐसे भी हैं जिनकी आय में 400 फीसदी से भी ज्यादा का इजाफा देखने को मिला है। हालांकि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की आय में 3 करोड़ के करीब की कमी आई है। 68 विधानसभा सीटों के लिए नामांकन भरने वाले कुल 470 उम्मीदवारों में से सबसे अधिक 89.82 करोड़ की संपत्ति के मालिक चौपाल से भाजपा प्रत्याशी बलवीर वर्मा हैं। उनके बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह भी 84 करोड़ रुपए की चल एवं अचल संपत्ति के मालिक हैं। सभी प्रत्याशियों की संपत्ति में चल एवं अचल संपत्ति शामिल है। चल संपत्ति में बैंक में जमा राशि, नकदी, एफ.डी.आर. व आर.डी. इत्यादि शामिल हैं जबकि अचल संपत्ति में जमीन, मकान, होटल व फ्लैट इत्यादि शामिल हैं।
2012 में थे लखपति अब बन गए करोड़पति
विक्रमादित्य 84 करोड़ के मालिक और 84 लाख का कर्ज
शिमला ग्रामीण से चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह की संपत्ति 84 करोड़ रुपए है लेकिन उन्होंने 84 लाख रुपए का कर्ज हैदराबाद के कारोबारी वकामुल्ला चंद्रशेखर को चुकाना है। विक्रमादित्य ने कंस्ट्रक्शन ठेकेदार को 40 लाख और वाहन कर्ज के रूप में 10 लाख का कर्ज चुकाना है। नामांकन के साथ दाखिल शपथ पत्र के मुताबिक विक्रमादित्य की चल संपत्ति 4 करोड़, 50 लाख, 30 हजार, 056 रुपए है, वहीं अचल संपत्ति 79 करोड़ रुपए से अधिक है। उनके पास नकदी 1 लाख रुपए है। विक्रमादित्य सिंह के पास 14 लाख रुपए की महिंद्रा एस.यू.वी. गाड़ी, 5.19 लाख रुपए की महिंद्रा सी.आर.डी.ई. व 30 लाख रुपए की फोर्ड एंडेवर गाड़ी है। इसके अलावा 10.26 लाख रुपए का सोना व 10 लाख रुपए कीमत का जिम सामान, लैपटॉप व मोबाइल हैं। यह कुल चल संपत्ति 4 करोड़, 50 लाख, 30 हजार, 056 रुपए की है। अचल संपत्तियों में विक्रमादित्य सिंह के पास सराहन व अन्य स्थानों पर 79 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति है।
26 को नाम वापसी के बाद साफ होगी तस्वीर
नामांकन पत्रों की पड़ताल के बाद 26 अक्तूबर तक प्रत्याशी अपने नाम वापस ले सकते हैं। यानी नामांकन वापसी के दिन ही चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो सकेगी। इसके बाद यह पता चल जाएगा कि किस पार्टी के कितने बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में है।
चुनाव आयोग को मिलीं 55 शिकायतें, 8 का निपटारा
चुनाव आयोग को अब तक आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की 55 शिकायतें मिली हैं। इनमें से अब तक 8 का निपटारा कर लिया गया है जबकि 10 मामलों की रिपोर्ट मिल गई है। उल्लेखनीय है कि आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन की अधिकांश शिकायतें भाजपा की तरफ से की गई हैं।