Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Jul, 2017 09:29 AM
हिमाचल के लाखों उपभोक्ताओं को उचित मूल्यों की दुकानों में सस्ते दामों में अभी तक चीनी उपलब्ध नहीं हो रही है। सरकार राज्य में चीनी का भार खुद उठाने जा रही है।
शिमला: हिमाचल के लाखों उपभोक्ताओं को उचित मूल्यों की दुकानों में सस्ते दामों में अभी तक चीनी उपलब्ध नहीं हो रही है। सरकार राज्य में चीनी का भार खुद उठाने जा रही है। सरकार ने सस्ती दरों पर उपभोक्ताओं को चीनी उपलब्ध करवाने के लिए टैंडर आमंत्रित किए थे। इस टैंडर प्रक्रिया में 5 कंपनियों ने भाग लिया था। बताया जा रहा है कि टैंडर में चीनी पर प्रति क्विंटल सबसे कम दाम 4230 रुपए भरे गए हैं। ऐसे में अब लोगों को सस्ती चीनी उपलब्ध करवाने पर अंतिम फैसला सरकार द्वारा लिया जाएगा। लोगों को सस्ती चीनी उपलब्ध करवाने के लिए राज्य सरकार ने पहले ही डिपुओं में 26 रुपए प्रतिकिलो चीनी के दाम तय किए हैं। इससे ज्यादा चीनी का जो भी खर्च होगा, वह राज्य सरकार उठाने जा रही है।
1850 रुपए की सब्सिडी देता था केंद्र
केंद्र से हिमाचल सरकार को प्रति क्विंटल 1850 रुपए की सब्सिडी मिलती थी। अप्रैल माह तक सभी श्रेणियों के परिवारों को डिपुओं में प्रति व्यक्ति 650 ग्राम चीनी दी जाती थी, लेकिन अब केंद्र के इंकार के बाद उपभोक्ताओं को अप्रैल माह के बाद डिपुओं में चीनी नहीं मिल रही है। इसके चलते प्रदेश सरकार अब खुद सब्सिडी वहन कर चीनी देने की तैयारी में है।