Edited By Updated: 06 Nov, 2016 01:56 PM
वन मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में वन व पर्यावरण कानूनों को नजरअंदाज कर सड़क निर्माण कार्य को अंजाम देने वाले ठेकेदार के खिलाफ आखिरकार वन विभाग ने...
चंबा: वन मंत्री के विधानसभा क्षेत्र में वन व पर्यावरण कानूनों को नजरअंदाज कर सड़क निर्माण कार्य को अंजाम देने वाले ठेकेदार के खिलाफ आखिरकार वन विभाग ने कार्रवाई को अंजाम देते हुए उसके कार्य को बंद करवा दिया है तो साथ ही उसके खिलाफ वन कानूनों के तहत कार्रवाई करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। उधर, राज्य प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने भी इस मामले पर अपनी गंभीरता दिखाते हुए अपने बोर्ड के अधिकारियों को इस मामले पर कड़ा रुख अपनाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
गौरतलब है कि वन मंडल भरमौर के दायरे में आने वाले वन क्षेत्र में डल्ली से समां तक के लिए सड़क निर्माण कार्य चला हुआ है। इस कार्य को अंजाम देने वाला ठेकेदार कटाई से निकलने वाले मलबे को सीधे रावी नदी में फैंक रहा है, जिसके चलते न सिर्फ वन भूमि को नुक्सान पहुंचा है बल्कि आने वाले दिनों में इस क्षेत्र को भू-स्खलन का खतरा भी पैदा हो सकता है, ऐसे में वन कानूनों को अपने लाभ के लिए नजरअंदाज कर रहे ठेकेदार की इस कार्यशैली को पंजाब केसरी ने अपने शुक्रवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया।
इस पर वन विभाग ने तुरंत प्रभावी कदम उठाते हुए ठेकेदार की मनमर्जी पर नुकेल कसते हुए उसके कार्य को बंद करवा कर उसे जुर्माना ठोकने की प्रक्रिया को अंजाम दिया। बताया जाता है उक्त क्षेत्र के बी.ओ. व वनरक्षक ने मौके पर पहुंच कर उस स्थान की नाप-नपाई की जिसे काटा गया था, क्योंकि मौके पर मलबा नहीं मिलने के चलते अब काटे गए भाग की पैमाइश के आधार पर ही ठेकेदार को जुर्माना ठोका जाएगा, क्योंकि रावी नदी में मलबा फैंकने के चलते मलबा बह गया है।