Edited By Updated: 24 Jan, 2017 04:31 PM
स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर को लोगों को अनदेखा करना महंगा पड़ गया।
मंडी(पुरुषोत्तम): स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर को लोगों को अनदेखा करना महंगा पड़ गया। मांगों को लेकर अनशन पर बैठे युवा शक्ति संगठन के कार्यकर्त्ताओं ने मंगलवार को चौथे दिन द्रंग के विधायक व प्रदेश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह का पधर में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर घेराव किया और गाड़ी से नीचे न उतरने पर मुर्दाबाद के नारे लगाए। मंत्री ने स्थानीय जनता व आमरण अनशन पर बैठे संगठन के अध्यक्ष गिरधारी लाल से बात करना भी मुनासिब नहीं समझा। स्वास्थ्य मंत्री ने गाड़ी में बैठकर ही अनशनकारियों को खूब डांट पिलाई और वहां उपस्थित महिलाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया। जिससे आक्रोशित महिलाओं व युवा शक्ति के कार्यकर्त्ताओं ने कौल सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए प्रदर्शन किया।
स्वास्थ्य मंत्री के ऐसे रवैये की युवा शक्ति संगठन ने निंदा की
युवा शक्ति संगठन ने स्वास्थ्य मंत्री के ऐसे रवैये की निंदा की है। राजस्व व स्वास्थ्य मंत्री ने मौके पर कहा कि द्रंग में मैंने अथाह विकास किया है और इसमें भाजपा का कोई योगदान नहीं है। पधर में खुले सभी सरकारी संस्थान मेरी व कांग्रेस सरकार की देन है। युवा शक्ति संगठन महिलाओं को गुमराह कर रहा है और जो व्यक्ति अनशन पर बैठा है वह मेरे खिलाफ चुनाव लड़ चुका है। युवा शक्ति संगठन के अध्यक्ष गिरधारी लाल ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में चुनाव होने हैं और कौल सिंह ठाकुर अपनी हार को देखते हुए पूरी तरह बौखलाहट में है, जिसका नतीजा है कि उन्होंने स्थानीय जनता की मांगों को अनदेखा करते हुए बात करना भी उचित नहीं समझा। उन्होंने सवाल किया है कि स्वास्थ्य मंत्री के गृह क्षेत्र में लोगों को बेहत्तर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिल रही हैं।
आने वाले दिनों में संघर्ष तेज करने की चेतावनी दी
पधर सिविल अस्पताल में मात्र दो विशेषज्ञ चिकित्सक के पदों को सृजित किया गया है जबकि सिविल अस्पताल में कम से कम सात विशेषज्ञय होने चाहिए। जनता को गुमराह कौन कर रहा है ये सभी समझ चुके हैं। वहीं आमरण अनशन के चौथे दिन स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सकों ने मौके पर आकर आमरण अनशन पर बैठे गिरधारी लाल के स्वास्थ्य की जांच की। उपस्थित महिलाओं ने मंत्री से सवाल किया कि सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की मशीन क्यों नहीं चल रही है लेकिन मंत्री ने कोई भी जवाब नहीं दिया और वहां से निकल गए। मंत्री के इस रवैये से स्थानीय जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है और आने वाले दिनों में संघर्ष तेज करने की चेतावनी दी है। युवा शक्ति संगठन 26 जनवरी को रैली निकालने जा रहा है।