Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Sep, 2017 12:56 AM
प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में वर्षों से कार्यरत आऊटसोर्स कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है।
हमीरपुर: प्रदेश स्वास्थ्य विभाग में वर्षों से कार्यरत आऊटसोर्स कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने स्पष्ट किया है कि पिछले 10-15 सालों से आर.के.एस. के माध्यम से आऊटसोर्स पर कार्यरत कर्मचारियों को नहीं हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनकी सेवाएं स्वास्थ्य विभाग में यथावत ली जाएंगी। यह बात उन्होंने हमीरपुर सी.एम.ओ. कार्यालय भवन का उद्घाटन करने के बाद कही। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ट्रिप्पल-पी मोड पर डायलिसिस मशीनों को चलाने के लिए कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे तथा अब 56 दवाइयों की जगह अस्पतालों में 330 किस्म की दवाइयां मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 125 हैल्थ सैंटर खोले गए हैं तथा चिकित्सकों के 625 से भी ज्यादा पदों को भरा गया है।
प्रदेश में 7625 आशा वर्करों की हुई नियुक्ति
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार में 7625 आशा वर्करों की नियुक्ति की गई है तथा प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में आशा वर्करों के मानदेय में एक हजार की बढ़ौतरी की गई है। इसके साथ ही विभिन्न कार्यों के लिए भी अलग से इंसैंटिव दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एम्बुलैंस सेवा के तहत 199 वाहन प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में तैनात किए गए हैं ताकि लोगों को समयबद्ध उपचार की सुविधा मिल सके। इस अवसर पर उन्होंने हैल्थ सब सैंटर को कोटला गांव में खोलने के लिए भी स्वीकृति प्रदान की, वहीं भोरंज अस्पताल के लिए डिजीटल एक्स-रे की मशीन उपलब्ध करवाने पर भी सहमति जताई जबकि टाऊन भराड़ी मंदिर में सराय भवन के निर्माण के लिए भी कारगर कदम उठाने का भरोसा दिलाया।