Edited By Punjab Kesari, Updated: 20 Mar, 2018 05:25 PM
शिमला में साल 2016 में पीलिया ने जमकर कहर बरपाया था और दर्जनों लोगों की पीलिया से मौत भी हो गई थी। हजारों लोग प्रदेश भर में इसकी चपेट में भी आए थे। वहीं इस साल भी पीलिया ने लोगों को डरना शुरू कर दिया है। प्रदेश भर के अस्पतालों में पीलिया के मामले...
शिमला (राजीव): शिमला में साल 2016 में पीलिया ने जमकर कहर बरपाया था और दर्जनों लोगों की पीलिया से मौत भी हो गई थी। हजारों लोग प्रदेश भर में इसकी चपेट में भी आए थे। वहीं इस साल भी पीलिया ने लोगों को डरना शुरू कर दिया है। प्रदेश भर के अस्पतालों में पीलिया के मामले सामने आने लग पड़े हैं। इस जानलेवा बीमारी से अब तक दो की मौत हो चुकी है। जबकि हर रोज पीलिया के मामले अस्पताल में आ रहे है। 150 लोग पीलिया की जांच करवाने आईजीएमसी अस्पताल पहुंचे हैं, जिसमें से दस लोगों में लक्ष्ण पाए गए हैं।
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक अधीक्षक डॉ. रमेश चंद ने कहा कि पीलिया से शिमला के सुन्नी निवासी की मौत हुई है। उनका लम्बे समय से अस्पताल में इलाज चल रहा था लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ जिसके चलते उनकी मौत हो गई है। उनको गंभीर हालत में यहां लाया गया था। उनका कहना है कि दूषित पानी पीने से यह बीमारी है और इसके लक्षण बुखार आना आंखों का पीला होना और उल्टियां आना है। उन्होंने लोगों से पानी को उबाल कर पीने का आह्वान किया। पीलिया के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर को दिखने का आग्रह भी किया। पीलिया को लेकर प्रदेश सरकार ने भी अलर्ट जारी कर दिया है और स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने को कहा है।