Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Mar, 2018 10:56 AM
विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा सी.एम. कार्यालय में संघ के दखल संबंधी लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि संघ का किसी भी तरह का हस्तक्षेप न तो सी.एम. कार्यालय में है और न ही सरकार में। उन्होंने कहा कि संघ अपना काम...
शिमला (राक्टा): विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा सी.एम. कार्यालय में संघ के दखल संबंधी लगाए गए आरोपों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि संघ का किसी भी तरह का हस्तक्षेप न तो सी.एम. कार्यालय में है और न ही सरकार में। उन्होंने कहा कि संघ अपना काम कर रहा है और सरकार अपना। मुख्यमंत्री सोमवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि संघ सुझाव जरूर देता है और जो भी सुझाव दिए जाते हैं, वे प्रदेश के विकास और समाज के हित से जुड़े होते हैं तथा उनसे प्रदेश का भला होता है।
उन्होंने कहा कि संघ के लोग संस्कारी और देशभक्त हैं तथा वे कभी गलत सुझाव नहीं देते। इसके साथ ही विपक्ष द्वारा बजट पर उठाए जा रहे सवालों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट पर चर्चा गंभीर होती है और आज चर्चा के दौरान नेता विपक्ष बजट को लेकर सुझाव देते तो अच्छा होता लेकिन वे सुर्खियां बटोरने के लिए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि वे बजट पर ऐसे भाषण दे रहे थे, जैसे जनसभा को संबोधित कर रहे हों। उन्होंने कहा कि विपक्ष बजट में ऐसा कुछ नहीं ढूंढ पाया, जिसका विरोध किया जा सके। ऐसे में उनके द्वारा बेवजह के मुद्दे उठाए जा रहे हैं।
अग्निहोत्री के आंकड़े सही नहीं
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने जो आंकड़े बताए, वे सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2 माह के कार्यकाल में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए काम किया है और आगे भी करेंगे।
कांग्रेस ने किए ऐसे हालात पैदा
सरकार द्वारा लिए गए कर्ज को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हालत कांग्रेस ने ही पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार कर्ज के बिना नहीं चल सकती है और हिमाचल पर 46 हजार करोड़ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अर्थ व्यवस्था को तहस-नहस करके रखा है।
सरकारी क्षेत्र में भी मिलेगी नौकरी
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बेरोजगारी पर सरकारी क्षेत्र में भी नौकरी मिलेगी। उन्होंने कहा कि हालांकि सबको सरकारी नौकरी मिलना संभव नहीं है। ऐसे में सरकार ने बेरोजगारों को अपने पांव पर खड़ा करने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं और इसको लेकर बजट का प्रावधान भी किया गया है।