Edited By Updated: 25 Mar, 2017 08:18 PM
विमुद्रीकरण के दौरान 10 लाख से अधिक की धनराशि खातों में जमा करवाने वाले व्यवसायियों के खातों की जांच आयकर विभाग ने आरंभ कर दी है।
पालमपुर: विमुद्रीकरण के दौरान 10 लाख से अधिक की धनराशि खातों में जमा करवाने वाले व्यवसायियों के खातों की जांच आयकर विभाग ने आरंभ कर दी है। इसी कड़ी में शनिवार को विभागीय अधिकारियों ने चम्बा और बनीखेत के व्यापारियों के खातों को जांचा। वहीं सोमवार को विभागीय अधिकारी धर्मशाला में व्यवसायियों के खातों को जांचेंगे। बताया जा रहा है कि विभाग ने इस संबंध में संबंधित व्यवसायियों को सूचित कर दिया है। अप्पर आयकर आयुक्त एन.आर. कपूर ने बताया कि विभाग सभी माध्यमों से लोगों को जागरूक कर रहा है तथा गलत रूप से जमा धनराशि को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत जमा करवाने बारे कहा जा रहा है।
इस तरह बचाई जा सकती है 50 प्रतिशत राशि
उन्होंने बताया कि 50 प्रतिशत अवैध राशि को अभी भी बचाया जा सकता है अगर 50 प्रतिशत धन को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत और 25 प्रतिशत धन 4 वर्ष की लॉकिंग जमा योजना के अंतर्गत जमा करवा दिया जाए तो। उन्होंने कहा कि 31 मार्च, 2017 के पश्चात आयकर विभाग उन सभी लोगों पर नुकेल कसने जा रहा है, जिन्होंने नोटबंदी के दौरान अपने खातों में 10 लाख रुपए से ऊपर जमा करवाए हैं और नोटिस के पश्चात संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में धनराशि जमा करवाने के लिए अब मात्र 6 दिन शेष बचे हैं, अभी भी लोग इसका लाभ ले सकते हैं।