Edited By Punjab Kesari, Updated: 25 Jun, 2017 02:41 PM
क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि नल लगाए बिना पानी का बिल आ गया हो। कुछ ऐसा ही हुआ है सुंदरनगर में।
सुंदरनगर (नितेश सैनी): क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि नल लगाए बिना पानी का बिल आ गया हो। कुछ ऐसा ही हुआ है सुंदरनगर में। यहां पर एक गरीब परिवार को आईपीएच विभाग द्वारा उस समय पानी का बिल थमा दिया गया जब उन्होंने पानी का इस्तेमाल ही नहीं किया। यह परिवार बहुत ही मुश्किल से अपना घर बनाने में जुटा है और पिछले 1 साल से विभाग से घर में नल लगाने की गुहार भी कर रहा है। सुंदरनगर में मंडल से लेकर उपमंडल स्तर पर उपभोक्ताओं को बिना कनैक्शन के ही पानी के बिल थमाए जा रहे हैं। इस तरह की विभागीय लापरवाही से वह सकते में हैं।
पिछले एक साल से बिना पानी के कनैक्शन के ही बिल दे रहा
बताया जा रहा है कि यह मामला सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कपाही के रोपड़ी गांव का है। यहां सनैहरू देवी पत्नी गणपत राम को पिछले एक साल से विभाग बिना पानी के कनैक्शन के ही बिल दे रहा है। हर माह पानी के बिल बार-बार आने पर वह परेशान हो गए हैं। उपभोक्ताओं ने रिकॉर्ड में हेराफेरी होने व ऐसे पानी के बिल जारी करने की विभागीय जांच करने की मांग उठाई है। जबकि उक्त वृद्ध महिला के नाम पर कोई भी पानी का कनैक्शन नहीं है और न ही घरद्वार पर कोई नल लगा है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि विभाग उपभोक्ताओं को बिना कनैक्शन के कैसे पानी के बिल दे सकता है।
गलती हुई होगी तो मामले की जांच की जाएगी
विभाग ने उनको बाकायदा खाता नंबर जी-142 के माध्यम से बिल जारी किया है। आईपीएच विभाग की बुक नंबर 0007323 के माध्यम से बिल में 17 मीटर रिडिंग भी पानी के उपभोग करने की दर्शाई गई है। जोकि धरातल में कोई भी रिकॉर्ड नहीं दर्शाया जा रहा है। उधर, आईपीएच उपमंडल सुंदरनगर के सहायक अभियंता इंजीनियर प्रवीण गुप्ता का कहना है कि अगर कहीं पर ऐसी गलती हुई होगी तो मामले की जांच की जाएगी। संबंधित अनुभाग के जेई से लेकर फील्ड से रिपोर्ट ली जाएगी।