Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Sep, 2017 09:30 AM
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बिजमल में शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों का भविष्य ...
नेरवा: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बिजमल में शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। इस स्कूल में शिक्षकों के 5 पद पिछले 3 सालों से खाली पड़े हैं। सरकार द्वारा स्कूल की अनदेखी के चलते अभिभावकों में सरकार के प्रति आक्रोश है व उन्होंने इसके लिए कड़ा रुख अख्तियार कर शिक्षकों के पदों को शीघ्र भरने को लेकर आवाज बुलंद कर दी है। हालांकि स्कूल के प्रधानाचार्य दिनेश स्टेटा ने स्कूल प्रबंधन के साथ मिलकर इस स्कूल में पढऩे वाले छात्रों को बेहतर शिक्षा मुहैया करवाने के उद्देश्य से छठी से 10वीं कक्षा तक अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करवाने का निर्णय लिया था। स्कूल प्रबंधन के इस निर्णय से इस स्कूल में अध्ययनरत 40 छात्रों के अभिभावकों को अपने बच्चों को एक अच्छी गुणवत्तायुक्त शिक्षा घर बैठे ही मिलने की उम्मीद बंधी थी परंतु स्कूल में महत्वपूर्ण विषयों के अध्यापकों के रिक्त पदों के चलते न केवल अभिभावकों के सपने धूमिल हो गए हैं बल्कि इन 40 छात्रों के भविष्य पर भी तलवार लटक गई है। स्कूल प्रबंधन समिति अध्यक्ष रेवता, प्रबंधन समिति कार्यकारिणी, पंचायत प्रधान बबिता चौहान व अभिभावकों ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग की है कि उक्त पदों को शीघ्र भरा जाए ताकि इस स्कूल में पढऩे वाले छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिन के भीतर इन रिक्त पदों को भरा नहीं गया
तो स्कूल में ताला जड़कर आंदोलन किया जाएगा।