Edited By Updated: 17 Nov, 2016 12:21 PM
500 व 1000 रुपए के नोटों पर लगाई गई पाबंदी के बाद इनको बदलने के लिए लोगों द्वारा ढू्ंढे जा रहे नए तरीकों से निपटने को सरकार ने सख्त रुख अपनाया है।
शिमला: 500 व 1000 रुपए के नोटों पर लगाई गई पाबंदी के बाद इनको बदलने के लिए लोगों द्वारा ढू्ंढे जा रहे नए तरीकों से निपटने को सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। हिमाचल पथ परिवहन निगम के आर.एम. की शक्तियों को छीनते हुए अब सरकार ने क्षेत्रीय कार्यालय में बसों की बुकिंग न किए जाने के आदेश जारी किए हैं। अब इन बसों की बुकिंग का अधिकार एच.आर.टी.सी. के मुख्य कार्यालय को सौंपा गया है।
टूअर प्रोग्राम सहित शादियों व स्पैशल बुकिंग करवाए जाने को लेकर पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही अधिकारी बसों की बुकिंग करेंगे। प्रदेश सरकार ने एच.आर.टी.सी. सहित परिवहन विभाग में 24 नवम्बर तक पुराने नोट स्वीकार करने का निर्णय लिया है। ऐसे में पुराने नोटों को बदलने के लिए लोगों द्वारा फर्जी तरीके से पुराने नोटों को खपाने के लिए कई हथकंडे अपनाए जा सकते हैं, जिसकी आशंका को देखते हुए अब लोगों को बसों की बुकिंग के लिए मुख्य कार्यालय को मेल या फिर लिखित तौर पर आवेदन करना होगा। अभी तक निगम में बसों की बुकिंग के लिए आर.एम. के पास आवेदन किया जाता था, लेकिन अब परिवहन निगम का मुख्यालय इस व्यवस्था को देखेगा।
निगम में प्रतिमाह करीब 3 से 4 दर्जन बसों की औसतन बुकिंग होती है। परिवहन मंत्री जी. एस. बाली ने कहा कि एच.आर.टी.सी. के मुख्यालय में ही बसों की बुकिंग की जाएगी। वर्तमान स्थिति को देखते हुए फिलहाल इस बुकिंग की व्यवस्था को बदला गया है। जनता ई-मेल के माध्यम से आवेदन कर सकती है। निगम प्रबंधन ने 24 नवम्बर तक पुराने नोट लेने का निर्णय लिया है।