Edited By Updated: 07 May, 2017 04:41 PM
हिमाचल के ऊना जिला की ''उड़नपरी'' के नाम से प्रसिद्ध बख्शो देवी की तबीयत में सुधार होने के चलते शनिवार को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
ऊना: हिमाचल के ऊना जिला की 'उड़नपरी' के नाम से प्रसिद्ध बख्शो देवी की तबीयत में सुधार होने के चलते शनिवार को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। बख्शो अब अपने घर आ गई है। चिकित्सकों ने उसे आराम करने की सलाह दी है। दोबारा चैकअप के लिए उसे बुधवार को बुलाया गया है। बताया जाता है कि बख्शो की तबीयत कुछ दिन पहले अचानक ही बिगड़ गई थी। आधी रात को उसे 108 सेवा वाहन के माध्यम से सिविल अस्पताल हरोली भर्ती करवाया गया, जहां उसका उपचार चल रहा था। करीब चार दिनों तक वह सिविल अस्पताल में दाखिल रहीं, जबकि पांचवें दिन उसकी हालत में सुधार को देखते हुए छुट्टी दे दी गई। चिकित्सकों का कहना है कि इनकी चेस्ट में इंफेक्शन था, जिसके चलते इसे सांस लेने में दिक्कत आ रही थी।
बख्शो का सपना एथलेटिक्स में देश के लिए नाम कमाना
उधर, कांगड़ा जिले के समाजसेवी संजय शर्मा ने उसकी सभी दवाइयों का खर्च उठाया। उन्होंने पहले भी बख्शो और उसके गरीब परिवार की मदद की है। उल्लेखनीय है कि जीरो डिग्री तापमान में नंगे पांव 5 हजार मीटर की जिला स्तरीय दौड़ में गोल्ड जीतने पर बख्शो सुर्खियों में आई थी। उसका केवल एक ही सपना है स्पोर्ट्स हॉस्टल में दाखिला लेकर एथलेटिक्स में देश के लिए नाम कमाना। इसके लिए वह संघर्ष कर रही है।