Edited By Punjab Kesari, Updated: 15 Mar, 2018 12:17 PM
हिमाचल प्रदेश में महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में राज्य महिला आयोग द्वारा कई कदम उठाए गए हैं, ताकि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं भी सामाजिक और आर्थिक तौर पर सशक्त हो सकें। राज्य की महिलाएं कृषि-बागवानी के माध्यम से प्रदेश की...
मनाली: हिमाचल प्रदेश में महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में राज्य महिला आयोग द्वारा कई कदम उठाए गए हैं, ताकि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं भी सामाजिक और आर्थिक तौर पर सशक्त हो सकें। राज्य की महिलाएं कृषि-बागवानी के माध्यम से प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ता प्रदान करने में पुरुषों के साथ मिल जुलकर कार्य कर रही हैं। इसके अतिरिक्त राज्य की महिलाएं सभी क्षेत्रों में अपनी अलग पहचान बना रही हैं। कुल्लू जिला के मनाली उपमंडल के गांव बुरुआ की बेटी आंचल ठाकुर ने तुर्की में आयोजित स्कीइंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। आयोग ने उन्हें अपने कैलेंडर में जगह दी है। सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम लागू किया है।
महिलाओं की सुरक्षा के प्रति भी प्रदेश सरकार गंभीर है। इसके लिए गुड़िया हैल्पलाइन आरंभ की गई है, ताकि महिलाएं कठिन परिस्थितियों के दौरान इस हैल्पलाइन के माध्यम से मदद ले सकें। संदीप नेगी ने बताया कि महिलाओं को सरकार द्वारा दी जा रही कानूनी सहायता तथा अन्य हैल्पलाइनों से संबंधित वार्षिक कैलेंडर भी जारी किया है। गुड़िया हैल्पलाइन नंबर 1515 तथा महिला हैल्पलाइन 1090 के अतिरिक्त 181 तथा स्थानीय पुलिस थाना में 100 नंबर पर डायल करके पीड़िता मदद मांग सकती है। इसके अलावा महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रदेश में 13 महिला पुलिस थाना भी स्थापित किए गए हैं, ताकि महिलाएं बिना किसी परेशानी में शिकायतें दर्ज करवा सकें।
महिलाओं के लिए बना शक्ति ऐप
हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग ने शक्ति ऐप भी जारी किया है। महिला आयोग के सचिव संदीप नेगी ने बताया कि इस ऐप को एक बार डाऊनलोड करने के बाद इंटरनैट कनैक्टीविटी की आवश्यकता नहीं है। महिला सुरक्षा के लिए ऐप में लाल रंग का शक्ति बटन है। कोई भी महिला परेशानी के समय मदद के लिए इस बटन को दबा सकती है। यह ऐप महिला या लड़की का नाम, फोन नंबर तथा उसकी लोकेशन के आधार पर नजदीकी पुलिस नियंत्रण कक्ष से पीड़िता की मदद के लिए भेजेगा।
स्कीइंग में भारत को मेडल दिला कर आंचल ने बनाई कैलेंडर में जगह
राज्य महिला आयोग के इस कैलेंडर में कुल्लू जिला के मनाली की बेटी आंचल ठाकुर को भी जगह मिली है। बता दें आंचल ने तुर्की में आयोजित स्कीइंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन कर किया है।
गीता के जज्बे को सलाम
विश्व स्वास्थ्य संगठन अपने वार्षिक कैलेंडर के पहले पेज पर जगह बनाने वाली मंडी की स्वास्थ्य कार्यकर्ता गीता वर्मा है। उसने प्रदेश के दुर्गम इलाकों में मीजल रूबेला टीकाकरण अभियान के दौरान उच्च जोखिम वाले क्षेत्र रायगढ़ में घुमंतू गुज्जर और अन्य समुदाय के 48 बच्चों को मीजल रूबेला वैक्सीन का टीकाकरण किया था।
गोल्ड मेडलिस्ट कबड्डी खिलाड़ी प्रियंका
अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी प्रियंका नेगी को भी कैलेंडर में शामिल किया गया है। वह भारतीय कबड्डी टीम में पांच बार खेल चुकी है। सिरमौर से संबंध रखने वाली प्रियंका वर्तमान में हिमाचल पुलिस में इंस्पेक्टर के पद पर प्रदेश को अपनी सेवाएं दे रही हैं।
पहली महिला ड्राइवर सीमा भी बनी कैलेंडर का हिस्सा
नॉर्थ इंडिया की पहली महिला ड्राइवर सीमा को भी इस कैलेंडर का हिस्सा बनाया गया है। अपने बुलंद हौसले और पिता को सपने को पूरा करने के लिए हिमाचल की पहली एचआरटीसी चालक बनी है।
शशि ने बॉक्सिंग में चमकाया देश का नाम
बॉक्सिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाली किन्नौर जिले की शशि नेगी को भी इस कैलेंडर में जगह मिली है। इसके अलावा शशि ने चार बार अंतरराष्ट्रीय खेलते हुए स्वर्ण, रजत और कांस्य मेडल जूनियर और सब जूनियर में प्राप्त किया है।
हिमाचल की उड़नपरी सीमा को भी मिली जगह
राज्य महिला आयोग के कैलेंडर में हिमाचल की इकलौती धाविका जिला चंबा की रहने वाली सीमा को भी जगह मिली है। सीमा व्यक्तिगत ईवेंट में खेलो इंडिया में मेडल जीतने वाली पहली धाविका है। उसने खेलो इंडिया नेशनल स्कूल गेम्ज में गोल्ड मेडल हासिल किया है।