Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Mar, 2018 01:43 PM
भरमौर से होली की दूरी कम करने वाले मच्छैतर-ग्रीमा वाया सिंयूर मार्ग पर रावी नदी के ऊपर बन रहे पुल का काम कब पूरा होगा। सिंयूर एवं ग्रीमा पंचायतों के लोगों ने अब नई सरकार से इस पुल के कार्य को पूरा होने की आस जगी है। इस पुल का शिलान्यास तत्कालीन...
भरमौर : भरमौर से होली की दूरी कम करने वाले मच्छैतर-ग्रीमा वाया सिंयूर मार्ग पर रावी नदी के ऊपर बन रहे पुल का काम कब पूरा होगा। सिंयूर एवं ग्रीमा पंचायतों के लोगों ने अब नई सरकार से इस पुल के कार्य को पूरा होने की आस जगी है। इस पुल का शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने वर्ष 2003 में किया था मगर आज तक इस पुल का निर्माण कार्य सही रूप से शुरू नहीं हो पाया है। सिंयूर पंचायत के धूआं, ज्वांरेड, गुआड, रैटण, अगासन तथा ग्रीमा गांवों के लोगों ने बताया कि इतने वर्षों से कछुआ चाल से बन रहे पुल निर्माण कार्य को कभी भी गंभीरता से नहीं लिया गया। यही वजह है कि लगभग 15 वर्ष बीत जाने के बाद भी पुल नहीं बन पाया है जबकि इस पुल का ठेका भी वर्षों पहले ठेकेदार को दिया गया था।
क्या कहते हैं लोग
सुभाष कुमार का कहना है कि शिलान्यास को 15 वर्षों में हो चुक हैं। कोई भी ठेकेदार किसी काम को करने के लिए इतना लंबा समय नहीं लगा सकता। लोक निर्माण विभाग एवं ठेकेदार के बीच हुए अनुबंध के आधार पर तय सीमा में कार्य पूरा करना होता है अन्यथा ठेकेदार की धरोहर राशि को जब्त करके पुन: टैंडर करवाने की हर शक्ति विभाग के पास होती है। अगर इतने वर्षों से ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया तो विभाग ने क्या कार्रवाई की।
अमित कुमार का कहना है कि इतने वर्षों में पुल तो क्या यह सड़क भी चकाचक होनी चाहिए थी मगर इस सड़क की दशा ऐसी है कि वाहन चालक जान हथेली पर लेकर ही वाहन चलाते हैं कभी भी किसी भी अप्रिय घटना से इंकार नहीं किया जा सकता। मनोहर लाल ने कहा कि यह मार्ग नाबार्ड के तहत बन रहा है तथा इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक पूरा नहीं हो पाया है। इसी मार्ग पर वर्षों पहले बने लकड़ी के पुल के ऊपर से लोगों को मजबूरन खतरा मोल लेकर वाहनों में जाना पड़ रहा है। नई सरकार से आग्रह है कि इस पुल को शीघ्र बनाया जाए।