Edited By Updated: 07 May, 2017 01:12 PM
बसों के रख-रखाव की व्यवस्था का कोई उचित प्रबंध न होने के कारण एच.आर.टी.सी. के ड्राइवरों को आए दिन चालान भुगतने पड़ रहे हैं।
हमीरपुर: बसों के रख-रखाव की व्यवस्था का कोई उचित प्रबंध न होने के कारण एच.आर.टी.सी. के ड्राइवरों को आए दिन चालान भुगतने पड़ रहे हैं। हमीरपुर बस अड्डे पर ऐसा होना अब आम बात हो गई है, जहां सरकारी बसों को खड़ा करने का कोई उचित प्रबंध नहीं है जिस पर अब परिवहन निगम की ड्राइवर यूनियन भी लामबंद होने लगी हैं। निगम के चालकों का कहना है कि यहां उन्हें बस खड़ी करने के लिए जगह नहीं मिलती है क्योंकि वहां पर अक्सर प्राइवेट बसें ही खड़ी रहती हैं, प्राइवेट बसें एक या आधा घंटा पहले वहां पर आकर खड़ी हो जाती हैं। सरकारी बसें अपने निर्धारित समय से 15 मिनट पहले ही वहां पर आती हैं परंतु यहां भीड़ के कारण उनको बस काऊंटर पर जगह ही नहीं मिलती। इतने में पुलिस उनका चालान कर देती है जिसका भुगतान उनको अपनी जेब से करना पड़ता है। उनका कहना है कि कभी-कभार तो बसों को काऊंटर पर लगाए बिना ही बस स्टैंड से निकालना पड़ता है। इस ओर न ही निगम का कोई ध्यान है और न ही आर.टी.ओ. का।
बसों की सुरक्षा के प्रबंध नगण्य
हमीरपुर में पक्का भरो के पास एक खुली जगह पर बसें खड़ी की जाती हैं, जहां पर पिछले 2 साल से बसों को खड़ी किया जा रहा है मगर वहां पर बसों की सुरक्षा के प्रबंध भी नगण्य हैं। 2 साल से वहां पर न तो लाइट की सुविधा है और न ही पेयजल की व्यवस्था है। ऐसी विषम परिस्थितियों में एक दिव्यांग कर्मचारी के जिम्में बसों की सुरक्षा सौंपी गई है।