Edited By Punjab Kesari, Updated: 05 Dec, 2017 06:05 PM
गत वर्ष नवम्बर माह में हुई नोटबंदी की याद चम्बा जिला में एक बार फिर से ताजा हो गई।
चम्बा: गत वर्ष नवम्बर माह में हुई नोटबंदी की याद चम्बा जिला में एक बार फिर से ताजा हो गई। मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित लगभग सभी बैंकों के ए.टी.एम. बूथों से कैश पूरी तरह से गायब था। इसके अलावा कुछ बैंकों ने तो अपने ए.टी.एम. बूथों पर ताले तक जड़ दिए। जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित विभिन्न बैंकों के ए.टी.एम. बूथों पर लोगों को पूरी तरह मायूस होना पड़ा। दिसम्बर माह के शुरूआत में ही ए.टी.एम. बूथों पर आई कैश की कमी लोगों के जहन में गत वर्ष नवम्बर माह में हुई नोटबंदी की याद को पुन: ताजा कर गई।
यहां झेलनी पड़ी मायूसी
जिला मुख्यालय चम्बा में आधा दर्जन के करीब विभिन्न बैंकों के ए.टी.एम. बूथ लोगों की सुविधा के लिए खोले गए हैं। बावजूद इसके मंगलवार को किसी भी ए.टी.एम. में कैश नहीं था जबकि कुछ बैंकों के ए.टी.एम. बूथों पर ताले लटके नजर आया। उपभोक्ताओं ने आपबीती सुनाते हुए ने बताया कि ओल्ड बस स्टैंड स्थित ए.टी.एम. तो खुला था लेकिन वहां पर कैश नहीं था। इसके अलावा मुख्य बाजार चम्बा और रंगमहल रास्ते पर स्थित पी.एन.बी. के ए.टी.एम. में भी उन्हें मायूसी हाथ लगी। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस के ए.टी.एम. पर भी लोग निराश हुए जबकि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के ए.टी.एम. बूथों पर ताला लटका हुआ था।
क्या कहते हैं लोग
ए.टी.एम. बूथों से मायूस होकर लौटे उपभोक्ताओंराहुल, सपना, अक्षय, बुद्धि सिंह, मनोहर व अनिल सहित कई लोगों ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित सभी ए.टी.एम. बूथों के चक्कर लगाए लेकिन इनमें कैश न होने के चलते उन्हें खासी मायूसी झेलनी पड़ी। उन्होंने कहा कि उनके खाते में जब न्यूनतम बैलेंस कम होता है तो बैंक स्वत: ही अकाऊंट से पैसे काट लेता है लेकिन अब बैंकों की कार्यप्रणाली से उन्हें दिक्कत झेलनी पड़ रही है तो इसका जिम्मेदार कौन है।