Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Jul, 2017 10:08 AM
गुड़िया के साथ हुई दरिंदगी के बाद दहशत इस कदर है कि पिछले दो हफ्तों में गुड़िया के गांव से कोई इस स्कूल में पढ़ने नहीं आया।
शिमला (विकास शर्मा): गुड़िया के साथ हुई दरिंदगी के बाद दहशत इस कदर है कि पिछले दो हफ्तों में गुड़िया के गांव से कोई इस स्कूल में पढ़ने नहीं आया। गुड़िया का भाई और तीन बहनें 6 जुलाई से पहले महासू के इसी स्कूल में रोज़ पढ़ने के लिए आते थे, मगर दरिंदगी से सहमे गांव का कोई बच्चा स्कूल पढ़ने के लिए नहीं पहुंचा। हालांकि हलाइला के घने जंगल के बीच बने स्कूल में छुट्टियां पड़ चुकी हैं लेकिन छुट्टियां खत्म होने के बाद भी स्कूल तक पहुंचने के लिए हिम्मत जुटानी होगी।
50 दिन ही हुए थे गुड़िया को इस स्कूल में दाखिला लिए
करीब 50 दिन ही हुए थे जब गुड़िया ने महासू स्कूल में दाखिला लिया था। नई होने के बावजूद वो मिलनसार थी और स्कूल में सबसे अच्छे से बात करती थी। ब्रेक होने के बाद जब सारे बच्चे मस्ती करने के लिए स्कूल से बाहर निकल जाते थे वो स्कूल की चारदीवारी में रहकर ही क्लास फिर से शुरू होने का इंतजार करती थी। जिस हलाइला के घने जंगल ने गुड़िया की चीखें भी नहीं सुनी, वहां आज अजीब सी खामोशी है। इस जंगल में भालू और तेंदुए जैसे खतरनाक जानवर मौजूद हैं मगर डर उन जंगली जानवरों से नहीं, बल्कि इंसान से लगता है। जब भी कोई अनजान चेहरा इस इलाके से गुजरता है तो लोगों की नज़रें घूरने लगती है। 4 जुलाई से पहले ये इलाका मजबूत सामाजिक तानेबाने में बंधा हुआ था मगर अब वो डोर टूट चुकी है।