Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 Nov, 2017 01:54 PM
धर्मशाला आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। अब बारिश उनके टूअर में बाधा नहीं बनेगी। कांगड़ा एयरपोर्ट में अगले साल से बरसात के मौसम में हवाई उड़ानें अधिक प्रभावित नहीं होंगी। जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट में जल्द ही डी.वी.ओ.आर. (डॉप्लर वैरी हाई...
गग्गल/धर्मशाला: धर्मशाला आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। अब बारिश उनके टूर में बाधा नहीं बनेगी। कांगड़ा एयरपोर्ट में अगले साल से बरसात के मौसम में हवाई उड़ानें अधिक प्रभावित नहीं होंगी। जानकारी के अनुसार एयरपोर्ट में जल्द ही डी.वी.ओ.आर. (डॉप्लर वैरी हाई फ्रीक्वैंसी ओमनी डायरैक्शनल रेंज) सिस्टम कार्य करना शुरू कर देगा। हालांकि इस सिस्टम को यहां स्थापित करके जल्द ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के तकनीकी विंग के अधिकारी कुछ कार्य को पूरा कर इसे शुरू करवा देंगे।
यात्रियों के लिए शुरू किया यह सिस्टम
इसके शुरू होने के बाद यहां धुंध व बारिश में विमानों के उतरने में आने वाली दिक्कतों का समाधान हो जाएगा। अक्सर बरसात में यहां बारिश व धुंध से अधिकांश फ्लाइट्स लौट जाती हैं। इससे यात्रियों को या तो दिल्ली ले जाना पड़ता है या अमृतसर में लैंडिंग होती है, जिसके कारण यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। निदेशक से मिली जानकारी के अनुसार अभी यह सिस्टम न होने से पायलटों को 5 किलोमीटर की विजिबिलिटी का होना बेहद जरूरी है। हालांकि इस सिस्टम के लगने से यह अढ़ाई से 3 किलोमीटर तक रह जाएगी।
इस तरह कार्य करेगा डी.वी.ओ.आर.
गग्गल एयरपोर्ट निदेशक की मानें तो डी.वी.ओ.आर. से नैचुरल विजिबिलिटी की बजाय इंस्ट्रुमेंटल लैंडिंग कराई जाती है। इससे एयरपोर्ट व विमान की फ्रीक्वैंसी आपस में मैच होने के साथ ही रनवे का एलाइनमैंट सैट होता है। डी.वी.ओ.आर. से 360 डिग्री में किरणें निकलती हैं, जिससे विमान का पायलट लैंडिंग व टेक ऑफ के लिए रूट पकड़ता है। इसके फेल होने से पायलट लैंडिंग व टेक ऑफ को पूरी तरह अनसेफ मानते हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी भी फ्लाइट ऑप्रेशन का रिस्क नहीं लेती है।