Edited By Punjab Kesari, Updated: 17 Jun, 2017 04:03 PM
मंडी जिले के करसोग में फॉरेस्ट गार्ड की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शर्मनाक बयान दिया था।
सुंदरनगर (नितेश सैनी): मंडी जिले के करसोग में फॉरेस्ट गार्ड की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शर्मनाक बयान दिया था। उन्होंने सीबीआई जांच करवाने की बजाए यह कह दिया कि इस तरह के एक-दो केस हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वन रक्षकों का कार्य काफी जोखिम भरा होता है। उन्होंने कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। वीरभद्र ने कहा कि राज्य की पुलिस जांच करने में पूरी तरह से सक्षम है और भविष्य में अगर आवश्यकता हुई तो फिर केंद्रीय जांच एजैंसियों का सहारा लिया जा सकता है। वहीं शनिवार को सुंदरनगर पहुंचे मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा ने सीएम के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी 'माफिया हटाओ प्रदेश बचाओ' के रूप में आंदोलन कर रही है। उन्होंने कहा इतनी बड़ी घटना के बाद इस तरह का बयान देना कहा का इंसाफ है।
उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देने से कोई भी अधिकारी अपनी ड्यूटी नहीं निभा सकता। मुख्यमंत्री के इस बयान से डाकू लुटेरों के हौसले बुलंद हो गए हैं। जिसका परिणाम करसोग में देखने को मिला है और आगे भी ऐसे मामले सामने आते रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब राज्य का मुख्या ऐसा बोले कि वन रक्षक का कार्य जोखिम भरा होता है और ऐसी घटना होती रहती है। मुख्य मंत्री का कार्य था की जिस दिन घटना हुई उसी दिन एक दम से एक्शन लेते और आरोपियों को पकड़ती, जब भारतीय जनता पार्टी के विधायक और सांसद सड़कों पर उतरे उसके बाद ही जांच क्यों शुरू की गई। सांसद ने कहा कि जल्द ही चुनाव होने वाले गई और इस माफिया की सरकार को उखाड़ कर बाहर फैका जाएगा।