Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Jul, 2017 02:46 PM
चंबा को पहली बार ऐसा गौरवान्वित होने का मौका मिला है जब इस जिला में एस.पी. के साथ-साथ यहां के 3 मुख्य आरक्षियों....
चंबा: चंबा को पहली बार ऐसा गौरवान्वित होने का मौका मिला है जब इस जिला में एस.पी. के साथ-साथ यहां के 3 मुख्य आरक्षियों को उनके बेहतर कार्यों के लिए डी.जी.पी. डिस्क अवार्ड से सम्मानित किया गया। जहां एस.पी. चंबा डा. विरेंद्र तोमर ने इस सम्मान को प्राप्त किया तो वहीं मुख्य आरक्षी करतार सिंह, वीरेंद्र सिंह व शौकत अली ने भी डी.जी.पी. के हाथों इस सम्मान को प्राप्त किया। इन तीनों मुख्य आरक्षियों की विशेषता यह है कि विभाग ने इन्हें जो भी जिम्मा सौंपा उस पर ये पूरी तरह से खरे उतरे हैं। कुल्लू जिला के बाद चंबा चरस तस्करी के मामले में प्रदेशभर में दूसरे स्थान पर आता है। ऐसे में पुलिस के लिए चंबा में चरस माफिया और तस्करों के साथ निपटना सबसे बड़ी चुनौती रहती है। ऐसे में पुलिस ने जिला में चरस तस्करों के खिलाफ एक विशेष पुलिस दस्ता तैयार कर रखा है।
इन पुलिस कर्मियों ने कई बड़ी घटनाओं को दिया अंजाम
कुछ साल पहले इस दस्ते का जिम्मा मुख्य आरक्षी करतार सिंह को सौंपा गया था। उक्त पुलिस कर्मी ने अपने कार्य को इस कद्र जिम्मेदारी से अंजाम दिया कि उनके कार्यकाल में रिकॉर्ड तोड़ भांग पकड़ी गई तो साथ ही पुलिस विभाग में एन.डी.पी.एस. मामलों की जैसे कतार लग गई। इसी प्रकार से एस.आई.यू. सैल का जिम्मा जब मुख्य आरक्षी विरेंद्र सिंह को सौंपा गया तो उन्होंने दिन-रात एक करके जिला से चरस तस्करों को जड़ से उखाड़ने के लिए काम किया। मुख्य आरक्षी शौकत अली ने भी अपने कार्य को बखूबी अंजाम दिया है। ऐसा नहीं है कि इन तीनों पुलिस कर्मियों ने सिर्फ चरस के खिलाफ ही सफलतापूर्वक कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया बल्कि हत्या और चोरी जैसी घटनाओं की अनसुलझी गुत्थियों को भी सुलझाया है। ऐसे में पुलिस विभाग ने इनके कार्यों को सलाम करते हुए उन्हें डी.जी. डिस्क अवार्ड से नवाजा है जिसके लिए ये पूरी तरह से पात्र हैं।