Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Jun, 2017 11:39 AM
बड़ा देव कमरूनाग का ऐतिहासिक सरानाहुली मेला श्रद्धा और उमंग के साथ वीरवार को सम्पन्न हुआ।
गोहर: बड़ा देव कमरूनाग का ऐतिहासिक सरानाहुली मेला श्रद्धा और उमंग के साथ वीरवार को सम्पन्न हुआ। मेले में प्रदेशभर से करीब 50 हजार श्रद्धालुओं और पर्यटकों ने देवता के दरबार में माथा टेका तथा अपने-अपने परिवार की खुशहाली की कामना की। देवता की पवित्र झील में सरानाहुली मेले के दौरान श्रद्धालुओं ने सोना, चांदी और नकदी भी चढ़ाई। बुधवार और वीरवार को देवता का सरानाहुली मेला हर्षोल्लास से मनाया गया। प्रदेश के धार्मिक स्थलों में पशु बलि पर लगी रोक के नियमों का पालन करते हुए देव कमरूनाग कमेटी ने देव स्थल पर किसी भी प्रकार की कोई पशु बलि नहीं होने दी। पुलिस प्रशासन ने भी मेले में पशु बलि को लेकर कड़ा पहरा रखा। कांढी कमरूनाग पंचायत के प्रधान मान सिंह ठाकुर ने देव कमरूनाग के सरानाहुली मेले में 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की पुष्टि की है
कोई नहीं करता इस मेले का उद्घाटन
देव कमरूनाग के इस 2 दिवसीय मेले का आज तक का इतिहास है कि इस मेले का कोई उद्घाटन व समापन नहीं करता।
खुले में काटी रात
देव कमरूनाग परिसर में ठहरने के लिए लोगों को सुविधाओं की कमी खलती नजर आई। देव स्थल में मात्र 14-15 सराय हैं। इसके अलावा ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है और सरकार आज तक यहां पर विश्राम गृह का निर्माण नहीं कर पाई है जिसके चलते मेले में आए श्रद्धालुओं को रात खुले आसमान के नीचे काटनी पड़ती है।