Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Jun, 2017 08:41 PM
तुंदल पंचायत के रूड़ा स्थित श्रीराम लोक मंदिर में 26 जून को हुई मारपीट के मामले में मंदिर के संस्थापक व चर्चित बाबा अमरदेव की मुश्किलें बढ़ रही हैं।
सोलन: तुंदल पंचायत के रूड़ा स्थित श्रीराम लोक मंदिर में 26 जून को हुई मारपीट के मामले में मंदिर के संस्थापक व चर्चित बाबा अमरदेव की मुश्किलें बढ़ रही हैं। बाबा को फिलहाल अदालत से राहत नहीं मिल रही है। अदालत ने बाबा की न्यायिक हिरासत 24 जून तक बढ़ा दी गई है। बुधवार को बाबा की न्यायिक हिरासत समाप्त होने पर न्यायाधीश अनुज बहल ने बाबा के ज्यूडीशियल रिमांड को बढ़ा दिया। बाबा के अस्पताल में भर्ती होने के कारण न्यायाधीश ने अस्पताल में ही मामले की सुनवाई की। सी.आई.डी. को अभी बाबा का स्थायी पता नहीं मिला है। बाबा का आधार कार्ड रूड़ा के पते पर ही बना हुआ है। इसेबनाने के लिए बाबा ने कौन-कौन से दस्तावेज दिए हैं, इसको लेकर भी सी.आई.डी. ने जांच शुरू कर दी है।
बाबा की पृष्ठभूमि के बारे में जांच कर रही सी.आई.डी.
सी.आई.डी. बाबा अमरदेव की पृष्ठभूमि के बारे में जांच कर रही है। इस घटनाक्रम से पहले बाबा अपने आप को राजस्थान के राजघराने से संबंधित बताता रहा है। अब बताया जा रहा है कि अमरदेव बाबा हरियाणा के करनाल स्थित रांवड गांव में महंत गोवर्धन के पास रहा है। वहीं महंत ने सी.आई.डी. को बयान दिया है कि अमरदेव उन्हें छोटी आयु में हरियाणा के एक मेले में मिला था। एस.एच.ओ. सी.आई.डी. शिमला वीरेंद्र चौहान ने बताया कि बाबा अमरदेव को 24 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि बाबा अमरदेव से जुड़ी प्रत्येक जानकारी सी.आई.डी. जुटाने में लगी है।
बाबा आई.जी.एम.सी. रैफर
पिछले 6 दिनों से क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में उपचाराधीन बाबा अमरदेव को आई.जी.एम.सी. रैफर कर दिया है। बाबा शरीर का बांया हिस्सा सुन होने की शिकायत कर रहा है। बाबा का इलाज कर रही डाक्टरों की टीम ने उसे आई.जी.एम.सी. रैफर किया है। 8 जून को बाबा को तबीयत खराब होने पर क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती किया गया था तब से लेकर वह अस्पताल में ही भर्ती है। उसके स्वास्थ्य की जांच के लिए 3 डाक्टरों की एक टीम बनाई गई थी। वरिष्ठ एम.एस. डा. महेश गुप्ता ने बताया कि बाबा शरीर का बांया हिस्सा सुन होने की शिकायत कर रहा है। यह न्यूरो का मामला है। इसलिए उसे आई.जी.एम.सी. रैफर किया गया है।