Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Sep, 2017 12:21 AM
प्रदेश में वीरभद्र का दूसरा नाम ही कांग्रेस है। अगर ऐसे नेता चुनाव नहीं लड़ेंगे तो हम सब भी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
मंडी: प्रदेश में वीरभद्र का दूसरा नाम ही कांग्रेस है। अगर ऐसे नेता चुनाव नहीं लड़ेंगे तो हम सब भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खासमखास आबकारी एवं कराधान मंत्री प्रकाश चौधरी ने यह बात कही। उन्होंने कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि वह इतने बड़े रुतबे के नेता का सम्मान करना सीखें और हमारा भी यह फर्ज बनता है कि हम पार्टी अध्यक्ष का सम्मान करें, इसी में पार्टी की भलाई है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ऐसे नेता हैं, जिनका प्रदेश में जनाधार है। कांग्रेस उनके पीछे खड़ी है। अपनी ही पार्टी के कुछ लोग मुख्यमंत्री का अपमान करने पर तुले हैं जबकि हिमाचल में कांग्रेस का वजूद उनकी वजह से ही है। उन्होंने कहा कि विधायक दल की बैठक में ही यह बात हुई थी कि अगर वीरभद्र सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगे तो हम भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उस बैठक में वीरभद्र सिंह भावुक हो गए थे।
वीरभद्र सिंह को लडऩा ही पड़ेगा चुनाव
उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह को चुनाव लडऩा ही पड़ेगा, हम उन्हें चुनाव लड़ाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा गुडिय़ा प्रकरण को लेकर लोगों की भावनाएं भड़का रही है जबकि मामला सी.बी.आई. के पास है। उन्होंने कहा कि मिशन रिपीट वीरभद्र सरकार के काम पर होगा और वीरभद्र सिंह 7वीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे। मैंने अपना विरोधी किसी को नहीं माना और मैं सबका सम्मान करता हूं लेकिन कुछ लोगों को बल्ह में मेरे द्वारा किया गया विकास रास नहीं आ रहा है जबकि बल्ह की जनता जानती है कि इस कार्यकाल में मुख्यमंत्री ने अथाह काम बल्ह में करवाए हैं। जहां एक तहसील तक नहीं थी, वहां आज मैडीकल कालेज तक खड़े हैं। उन्होंने कहा कि जल्द रिवालसर में उप तहसील की घोषणा होगी और इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।