Edited By Punjab Kesari, Updated: 20 Nov, 2017 10:03 AM
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 9 नवंबर को हो चुका है। सभी प्रत्याशियों का भविष्य ई.वी.एम. में बंद है जो अब 18 दिसंबर को खुलेंगी। यह एक माह का लंबा इंतजार जहां प्रत्याशियों के लिए बेहद उबाऊ व परेशान करने वाला है, वहीं प्रत्याशियों के करीबियों व राजनीति...
बिलासपुर/स्वारघाट: विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 9 नवंबर को हो चुका है। सभी प्रत्याशियों का भविष्य ई.वी.एम. में बंद है जो अब 18 दिसंबर को खुलेंगी। यह एक माह का लंबा इंतजार जहां प्रत्याशियों के लिए बेहद उबाऊ व परेशान करने वाला है, वहीं प्रत्याशियों के करीबियों व राजनीति में गहरी रुचि रखने वालों के लिए यह समय अपने-अपने आकलन करने व राजनीति पर लंबी चर्चाएं करने का है। कहीं-कहीं तो अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में उनके समर्थकों द्वारा शर्तें लगाने का दौर भी शुरू हो गया है। ऐसी ही एक बड़ी शर्त सदर विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच देखने को मिली है।
शर्त की बात सुनकर बाजार में काफी संख्या में लोग जुटे
शर्त लगी कि हारने वाले प्रत्याशी का समर्थक जीतने वाले प्रत्याशी के समर्थक को 50 हजार रुपए देगा। शर्त की बात सुनकर बाजार में काफी संख्या में लोग जुट गए। अब यह शर्त सिर्फ जुबानी ही नहीं लगी अपितु दोनों ही उम्मीदवारों के समर्थकों ने 50-50 हजार रुपए की नकद धनराशि कई लोगों की उपस्थिति में एक तीसरे दुकानदार के पास धरोहर के रूप में जमा भी करवा दी, ताकि बाद में मुकरने इत्यादि का कोई झंझट ही न रहे। वहीं भाजपा प्रत्याशी के समर्थक ने यह ऐलान भी कर दिया कि यदि वह शर्त जीता तो जीती हुई राशि का एक पैसा भी वह घर लेकर नहीं जाएगा। उस 50 हजार रुपए की राशि की यहीं सबको पार्टी करवा दी जाएगी। अब यह शर्त पूरे बिलासपुर में हर स्थान पर चर्चा में आ चुकी है।
सादे कागज पर 6 लोगों का हस्ताक्षरित इकरारनामा
वहीं नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र में भी 2 कार्यकर्ताओं ने आपस में 1 लाख रुपए की शर्त का ऐलान कर दिया है। हालांकि इस शर्त पत्र को हलफनामे पर नहीं लिखा गया है परंतु इसके लिए सादे कागज पर 6 वरिष्ठ लोगों की उपस्थिति में हस्ताक्षरित इकरारनामे के रूप में जरूर मुकर्रर किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि 18 दिसम्बर को चुनाव परिणाम घोषित होने के अगले दिन पराजित हुए प्रत्याशी का कार्यकर्ता विजयी हुए प्रत्याशी के कार्यकर्ता को शर्त हारने की एवज में नकद या चैक के रूप में 1 लाख रुपए का भुगतान करेगा।