Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Mar, 2018 11:15 AM
उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने कहा कि नूरपुर और इंदौरा सब-डिवीजन के अंतर्गत 22 स्टोन क्रशरों को बंद किया गया है। ये सभी स्टोन क्रशर चक्की खड्ड के अंतर्गत आते हैं। इनमें से 18 क्रशर वैध तौर पर चल रहे हैं। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने यह...
शिमला : उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने कहा कि नूरपुर और इंदौरा सब-डिवीजन के अंतर्गत 22 स्टोन क्रशरों को बंद किया गया है। ये सभी स्टोन क्रशर चक्की खड्ड के अंतर्गत आते हैं। इनमें से 18 क्रशर वैध तौर पर चल रहे हैं। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने यह जानकारी विधायक राकेश पठानिया की तरफ से पूछे गए प्रश्न के उत्तर में दी। राकेश पठानिया का कहना था कि खनन माफिया बड़ी होशियारी से काम कर रहा है। इसके तहत एक ही परिवार में कई लोगों के नाम 1 से अधिक क्रशर हैं। ऐसे में यदि 1 क्रशर बंद भी हो जाता है तो दूसरी जगह उनका काम शुरू हो जाता है। कई ने फिशिंग पोंड के नाम पर भी परमिशन ली है और इसकी आड़ में दूसरा ही काम हो रहा है। उन्होंने उद्योग मंत्री को विधानसभा बजट सत्र में अवकाश की अवधि के दौरान ऐसे क्षेत्रों का दौरा करने की सलाह दी।
रिलेशन में डिफाल्टर तो पूरे परिवार को नहीं देंगे काम
विधायक राकेश सिंघा ने भी अनुपूरक प्रश्न पूछते हुए चक्की खड्ड में अवैध खनन के दौरान पूर्ण चंद नाम के व्यक्ति पर हमला होने का मामला उठाया और इस बारे स्थिति स्पष्ट करने को कहा। उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने इस दौरान कहा कि सरकार खनन माफिया पर पूरी तत्परता से काम कर रही है। भविष्य में यदि कोई रिलेशन में डिफाल्टर पाया जाता है तो पूरे परिवार को काम नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने राकेश पठानिया के साथ उन क्षेत्रों का दौरा करने के लिए हामी भरी। उन्होंने जानकारी दी कि अब तक 120 स्टोन क्रशरों को नोटिस थमाए गए हैं। इनमें से अकेले कांगड़ा जिला में 87 को नोटिस दिए गए हैं। अब तक 8 स्टोन क्रशरों ने अपना जुर्माना भरा है। चक्की खड्ड में खनन के दौरान हुए हमले पर उद्योग मंत्री ने कहा कि संबंधित स्टोन क्रशर को सील कर दिया गया है और नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले दिन से ही अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और भविष्य में भी शिकंजा कसा जाएगा।