Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Sep, 2017 11:44 PM
कुवैत की खुराफी नैशनल कंपनी में भारतीय मूल के 800 के लगभग कर्मचारियों के फंसे होने का मामला सामने आया है।
ज्वालामुखी: कुवैत की खुराफी नैशनल कंपनी में भारतीय मूल के 800 के लगभग कर्मचारियों के फंसे होने का मामला सामने आया है। ज्वालामुखी के बली मोहम्मद ने उसके दामाद सुक्रदीन जो कुवैत में इसी कंपनी में कार्यरत है, द्वारा भेजे गए स्काइप मैसेज का प्रिंट आऊट दिखाते हुए कहा कि उसका दामाद और देश के लगभग 800 नौजवान कुवैत में फंसे भारत सरकार से मदद की आस में हैं। वे अपने परिजनों को किसी न किसी माध्यम से सूचना भेज कर मदद की गुहार लगा रहे हैं ताकि उनको वहां से निकाला जा सके।
रैजीडैंस वीजा भी हो चुका है समाप्त
बली मोहम्मद ने बताया कि कंपनी ने भारतीय मूल के 8 के लगभग कर्मचारियों को निकाल दिया है। 3 माह का नोटिस पीरियड समाप्त हो चुका है। वे नोटिस मिलने के 6 माह बाद भी यहां फंसे हैं। उनको कंपनी ने पैसों का भुगतान भी नहीं किया है। पिछले एक साल से उनको वेतन भी नहीं दिया गया है। उनका रैजीडैंस वीजा भी समाप्त हो गया है, कंपनी उनको रिन्यू नहीं करवा रही है। उन्हें कोई मैडीकल ट्रीटमैंट नहीं मिल रहा है क्योंकि रैजीडैंसी के बिना न तो वहां पर कोई सफर कर सकता है और न ही उनका कोई इलाज होगा।
शांता कुमार विदेश मंत्रालय में उठाएं मामला
उन्होंने भारत सरकार व अपने परिजनों से इस मुसीबत की घड़ी में उनकी मदद करने की गुहार लगाई है ताकि वे अपने देश भारत आ सकें। बली मोहम्मद ने भारत व प्रदेश सरकार से उनकी मदद की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि वे सांसद शांता कुमार से आग्रह करते हैं कि वे विदेश मंत्रालय से संपर्क करके उनके परिजनों को वहां से निकालने में मदद करें। वे कुछ लोगों के साथ सांसद शांता कुमार सांसद व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री से मिल कर अपनी समस्या उनके समक्ष रखेंगे ताकि कोई रास्ता निकल आए।