Edited By Punjab Kesari, Updated: 30 May, 2017 09:11 AM
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि नगर निगम शिमला के चुनाव को लेकर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट का निर्णय सरकार के मुंह पर करारा तमाचा है।
शिमला: पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि नगर निगम शिमला के चुनाव को लेकर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट का निर्णय सरकार के मुंह पर करारा तमाचा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य निर्वाचन आयुक्त कांग्रेस व माकपा की कठपुतली बनकर रह गए हैं और उनको बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि हाईकोर्ट के इस फैसले से न केवल कांग्रेस और माकपा बेनकाब हुए हैं बल्कि जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की भी रक्षा हुई है।
सरकार सत्ता में रहने का हक खो चुकी
उन्होंने हाईकोर्ट के निर्णय की सराहना की है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार में किसी तरह की पारदर्शिता नहीं है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने 18 जून से पहले नगर निगम शिमला के चुनाव करवाने के आदेश पारित करके कांग्रेस सरकार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के इस निर्णय के बाद सरकार सत्ता में रहने का हक खो चुकी है। ऐसे में सरकार को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाना चाहिए।
हाईकोर्ट ने कांग्रेस सरकार के गलत निर्णयों को लेकर लगाई लताड़
उन्होंने चुनाव आयुक्त से अपने पद से त्याग पत्र देने या तत्काल प्रभाव से उन्हें पद से बर्खास्त करने की मांग की है। धूमल ने हाईकोर्ट में चुनाव से संबंधित याचिका दायर करने के लिए राजू ठाकुर के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट ने जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की न केवल रक्षा की बल्कि कांग्रेस सरकार के गलत निर्णयों को लेकर लताड़ भी लगाई।