Edited By Punjab Kesari, Updated: 08 Jun, 2017 12:15 PM
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक पर कई सवाल उठाए हैं।
धर्मशाला (नृपजीत निप्पी): पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सीमित (केसीसीबी) की ओर से नियमों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है और गलत ढंग से करोड़ों रुपए के ऋण देने के मामलों पर जब अधिकारियों ने आपत्ति जताई तो उन्हें स्थानांतरित किया जा रहा है और ऐसी गतिविधियों से केसीसीबी की कार्यप्रणाली चिंताजनक है। वहीं उन्हें सूचना मिली थी कि किसी को 200 करोड़ रुपए का कर्जा देने की तैयारी थी और जब संबंधित अधिकारीयों ने उस पर आपत्ति जाहिर की तो उनमें से कुछ को बदल दिया गया।
बीजेपी सरकार बनने का बाद भुगतना पड़ेगा खामियाजा
उन्होंने कहा कि इस बैंक में हिमाचल के गरीब किसान, बागवान और सैनिक के खून पसीने की कमाई जमा है उसको असुरक्षित ढंग से नष्ट करना बहुत ही चिंताजनक है। उधर उन्होंने कांग्रेस सरकार के पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे कुछ अधिकारियों को चेतावनी दी है कि नियमों के अनुसार काम न करने वाले अधिकारीयों को इसका खामियाजा बीजेपी सरकार बनने का बाद भुगतना पड़ेगा। बताया जाता है कि सरकार बैंक बोर्ड से भर्तियां न करवाकर इस बार एजुक्शन बोर्ड द्वारा भर्तियां करवा रही है। जिसका विरोध करने पर केसीसीबी की एमडी का तबादला किया गया।