Edited By Punjab Kesari, Updated: 09 Jul, 2017 02:01 PM
हिमाचल के जिला सिरमौर की नारग पंचायत में एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां बेटी की शादी के चंद घंटे बाद ही खुशियां भरा माहौल मातम में बदल गया।
सराहां (सिरमौर): हिमाचल के जिला सिरमौर की नारग पंचायत में एक ऐसी दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां बेटी की शादी के चंद घंटे बाद ही खुशियां भरा माहौल मातम में बदल गया। बताया जाता है कि शाम को बेटी की डोली उठी। खुशी-खुशी पिता ने उसके हाथ पीले करवाए। लेकिन, रात को अचानक सूचना मिली कि उसके इकलौते बेटे (हर्ष) की मौत हो गई है। पच्छाद क्षेत्र की नारग पंचायत के कावखी गांव का 23 वर्षींय युवक हर्ष आईजीएमसी शिमला में उपचाराधीन था।
खरपतवार की दवाई से बिगड़ी थी तबीयत
अपनी बहन की शादी से कुछ दिन पहले उसने खरपतवार को नष्ट करने के लिए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया था। आशंका है कि वही दवाई हवा के साथ उसके शरीर में चली गई होगी। जिससे उसकी तबीयत खराब हो गई। एक-दो दिन तक हर्ष और उसके परिवार वालों को लगा कि वह ठीक हो जाएगा। लेकिन, जब तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उसे सोलन अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे आईजीएमसी शिमला रैफर किया गया। बताया जाता है कि 7 दिन से उसका इलाज वहीं चल रहा था। शुक्रवार को उसकी बहन की शादी थी। शाम को शादी की रस्मों के बाद विदाई हुई। बेटी को घर से विदा किया गया।
परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़
देर शाम अचानक सूचना मिली कि आईजीएमसी में उपचाराधीन हर्ष अब इस दुनिया में नहीं रहा। उसके परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। हर्ष के पिता वीरेंद्र ठाकुर ने कभी भी यह नहीं सोचा होगा कि एक तरफ जहां वह अपनी लाडली को विदा करेंगे। वहीं, उसके कुछ घंटों बाद बेटे की मौत हो जाएगी। मृतका के नाना देवेंद्र शास्त्री ने कहा कि शुक्रवार शाम तक जिस घर में खुशियों का माहौल था। वहां अब मातम छाया हुआ है। उधर, डीएसपी राजगढ़ मीनाक्षी ने बताया कि पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।