Edited By Punjab Kesari, Updated: 01 Jul, 2017 12:06 AM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ओकओवर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि जी.एस.टी. को लेकर लोगों में अभी अलग-अलग राय है....
शिमला: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ओकओवर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि जी.एस.टी. को लेकर लोगों में अभी अलग-अलग राय है लेकिन जिस तरह से बिल पास करने के लिए मध्य रात्रि में लोकसभा का सत्र बुलाया गया है, मुझे लगता है कि वह लोकतंत्र के लिए स्वच्छ परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा कि जब हिंदुस्तान आजाद हुआ था तब मध्य रात्रि में लोकसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था और आजादी का जश्न मनाया गया था, ऐसे में जी.एस.टी. बिल के लिए इतिहास दोहराना देश की आजादी के जश्न की तौहीन करना और देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी देने वाले शहीदों का अपमान करने जैसा है।
जी.एस.टी. इतना बड़ा कानून नहीं
उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि जी.एस.टी. इतना बड़ा कानून नहीं है बल्कि यह इनकम टैक्स और ऐसे ही अन्य बिल जैसा ही है। उन्होंने कहा कि ऐसे में न जाने क्यों केंद्र सरकार ने मध्य रात्रि में इसके लिए लोकसभा का सत्र बुलाया। उन्होंने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बिल के लिए सरकार ने लोकसभा का भी मजाक बनाकर रख दिया है। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि व्यापारी वर्ग इसका विरोध कर रहे हैं लेकिन यह तो बाद में ही पता चलेगा कि इसका असर क्या होगा।