Edited By Punjab Kesari, Updated: 08 Jul, 2017 10:10 PM
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति दौरे के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के तेवर कड़े दिखे।
मनाली: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति दौरे के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के तेवर कड़े दिखे। इस दौरान उन्होंने लापरवाह अधिकारियों को भी नहीं बख्शा। मुख्यमंत्री ने जाहलमा स्कूल के प्रधानाचार्य सहित शिक्षा उपनिदेशक लाहौल-स्पीति को भी सस्पैंड कर दिया है। प्रधानाचार्य को जहां स्कूल के निरीक्षण के दौरान मौके पर ही सस्पैंड किया गया, वहीं उपनिदेशक शिक्षा विभाग पर केलांग आकर उन्होंने निलम्बन की गाज गिरा दी। इस दौरान जनसभा में आक्रामक रुख दिखाते हुए उन्होंने कहा कि मैं राज्य का मुखिया हूं और शिक्षा मंत्री भी मैं ही हूं। जो अधिकारी राज्य के मुखिया और शिक्षा मंत्री की नहीं सुनता है, उसे अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं।
इसलिए सस्पैंड हुए शिक्षा उपनिदेशक
मामला यह है कि मुख्यमंत्री के लाहौल दौरे के दौरान कुछ लोगों ने जाहलमा स्कूल की व्यवस्था और अध्यापक के व्यवहार को लेकर शिकायत की थी, जिसके चलते मुख्यमंत्री ने स्कूल का निरीक्षण करने की बात कही थी। जब वह स्कूल में निरीक्षण करने पहुंचे तो स्कूल के गेट पर ताला लगा हुआ था, जिसके चलते उन्होंने स्कूल के प्रधानाचार्य को मौके पर ही सस्पैंड करने के निर्देश जारी किए। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण को लेकर ड्यूटी में लापरवाही बरतने के मामले में शिक्षा उपनिदेशक लाहौल-स्पीति को भी सस्पैंड कर दिया है।