Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Feb, 2018 11:25 AM
ऐतिहासिक चंबा नगर अब भूकंप के झटकों से नहीं घबराएगा। चंबा आग व भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। हर वर्ष जिला में आग की घटनाएं घटती रहती हैं तो वहीं भूकंप के झटके भी बखूबी महसूस किए जाते हैं।
चंबा (विनोद): ऐतिहासिक चंबा नगर अब भूकंप के झटकों से नहीं घबराएगा। चंबा आग व भूकंप की दृष्टि से बेहद संवेदनशील है। हर वर्ष जिला में आग की घटनाएं घटती रहती हैं तो वहीं भूकंप के झटके भी बखूबी महसूस किए जाते हैं। यही वजह है कि भूकंप की दृष्टि से चंबा जोन 5 में आता है जिसका सीधा मतलब यह है कि यहां कभी रिक्टर स्केल पर 8 की तीव्रता से भूकंप आ सकता है। अगर ऐसा हुआ तो इस ऐतिहासिक नगर में हर तरफ प्राकृतिक आपदा की तबाही के निशान अवशेषों के रूप में देखने को मिलेंगे।
इस परिस्थिति में ऐसी आपदा से बचने के लिए जानकारी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच यहां के लोगों के लिए साबित होगा। इसी बात को मद्देनजर रखते हुए इन दिनों जिला चंबा में एनडीआरएफ व अग्निशमन विभाग द्वारा विभिन्न शिक्षण संस्थानों व सार्वजनिक स्थलों पर आग, भूकंप व बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से बचाव के उपायों को विधियों के प्रति छात्र-छात्राओं को लोगों को जागरूक करने का अभियान चला हुआ है।
इसी के तहत जिला मुख्यालय में मौजूद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय चंबा में जिला अग्निशमन विभाग द्वारा अधिकारी कुवज सिंह की अगुवाई में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूल बच्चों को बेहद सरल व प्रभावी ढंग से प्राकृतिक आपदा से बचने के वह उससे निपटने संबंधी उपायों को विधियों के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर स्कूल के छात्रों का कहना था कि उन्हें इस मॉक ड्रिल के माध्यम से बेहद महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल हुई हैं जिन्हें ताउम्र वह याद रखेंगे। किसी भी प्राकृतिक आपदा के समय देना सिर्फ खुद को बल्कि दूसरों को भी उस गंभीर स्थिति से सुरक्षित बाहर निकालने में सफल होंगे।