मनाली में मानव तस्करी, सगे जीजा ने 17,000 रुपए में बेच दिया 11 साल का मासूम

Edited By Punjab Kesari, Updated: 23 Mar, 2018 07:21 PM

brother in law sold 11 year old innocent in 17 000 rupees

पर्यटन नगरी मनाली में मानव तस्कर सक्रीय होने की आशंका है। मंडी पुलिस ने एक बच्चा चाइल्ड लाइन के हवाले किया है, जिसने बाल कल्याण समिति के समक्ष खुलासा किया है कि उसे बिहार से लाकर यहां 17,000 रुपए में बेच दिया गया।

मंडी (पुरुषोत्तम): पर्यटन नगरी मनाली में मानव तस्कर सक्रीय होने की आशंका है। मंडी पुलिस ने एक बच्चा चाइल्ड लाइन के हवाले किया है, जिसने बाल कल्याण समिति के समक्ष खुलासा किया है कि उसे बिहार से लाकर यहां 17,000 रुपए में बेच दिया गया। बच्चे की अभी उम्र मात्र 11 साल है। बेचने वाला कोई और नहीं उसका सगा जीजा है जो यहां किसी होटल में काम करता है। इस घटना के बाद पुलिस हरकत में आ गई है और मामले की तहकीकात में जुट गई है। 

मनाली घुमाने का झांसा देकर घर से लाया था जीजा
बच्चे का आरोप है कि उसे उसका जीजा मनाली घुमाने का झांसा देकर घर से लाया और यहां उसे एक बुजुर्ग दंपति के पास बेच दिया। नाबालिग बच्चे को बेचने के बाद उसका जीजा यहां से घर वापस चला गया। नाबालिग को जिसने खरीदा था पहले उसने बच्चे से कई दिनों तक एक होटल में बाल मजदूरी करवाई। बाद में उसे मनाली के ही इस दंपति को बेच दिया। दंपति नाबालिग से घर में झाडू-पोछा, कपड़े धुलाने व खिडक़ी-दरवाजे साफ करवाने का काम करवाता था। काम ठीक न करने पर उसकी निर्ममता से पिटाई की जाती थी। दंपति के अत्याचार व काम के बोझ से आहत नाबालिग वीरवार रात मौका पाकर वहां से भाग निकला। 

मनाली से भाग कर पंडोह पहुंचा बच्चा
मनाली से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस में पंडोह आ गया। पंडोह में जब वह बस से उतर गया तो वहां कुछ लोग उससे पूछताछ करने लगे। उन्होंने उसे अकेला पाकर पुलिस चौकी पंडोह पहुंचाया। पुलिस ने इसकी सूचना चाइल्ड लाइन मंडी को दी। चाइल्ड लाइन ने नाबालिग को अपने कब्जे में लेने के बाद उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। समिति ने नाबालिग को बाल सुधार गृह बल्देह शिमला भेज दिया। नाबालिग के परिजनों तक पहुंचने के लिए चाइल्ड लाइन मंडी अब बिहार के गया जिला पुलिस व वहां की चाइल्ड लाइन से संपर्क कर रही है। 

बच्चे के 3 भाई व 3 बहनें
बाल कल्याण समिति के समक्ष नाबालिग ने अपने बयान में जीजा अजय नंदन पर उसे 17,000 रुपए में बेचे जाने की बात कही है। नाबालिग की पहचान पुत्र विशु मंडल गांव सुगासूत थाना बाराचटी जिला गया (बिहार) के रूप में हुई है। नाबालिग की जेब से पुलिस को 150 रुपए मिले हैं। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष चंद्र सिंह ठाकुर ने बच्चा मिलने की पुष्टि करते हुए कहा है कि नाबालिग ने अपने बयान में जीजा पर उसे 17,000 रुपए में मनाली में किसी व्यक्ति को बेचे जाने की बात कही है। वहीं चाइल्ड लाइन के समन्वयक अच्छर सिंह ने कहा कि वे गया चाइल्ड लाइन से बच्चे का असली पता करने की कोशिश में जुटे हैं ताकि उसके बयानों की सत्यता का भी पता चल सके। बच्चा चौथी कक्षा तक पढ़ा है और अपने 3 भाई व 3 बहनें बता रहा है।   

मामले की होगी पूरी तहकीकात
डी.एस.पी. हैडक्र्वाटर मंडी हितेश लखनपाल ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच की जा रही है कि बच्चा यहां कैसे और किसने छोड़ा। मामले की पूरी तहकीकात की जाएगी और उसके बाद ही पता चल पाएगा कि बच्चे को लेकर सच्चाई क्या है।

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