Edited By Updated: 07 Dec, 2016 10:56 AM
शीतकालीन स्कूलों में 5वीं से 9वीं कक्षा की परीक्षा के पहले दिन ही स्थिति उस समय चिंताजनक हो गई जब छात्रों को....
सोलन (चिनमय कौशल): शीतकालीन स्कूलों में 5वीं से 9वीं कक्षा की परीक्षा के पहले दिन ही स्थिति उस समय चिंताजनक हो गई जब छात्रों को बांटे जाने वाले प्रश्नपत्र ही कम पड़ गए। अब इसे हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की लापरवाही कहें या नालायकी जिनकी वजह से आज सैंकड़ों छात्रों का भविष्य दाव पर लगा है।
प्रश्न पत्र पूरे ने होने पर स्कूल के अध्यापकों में खलबली मच गई और उन्होंने इस बारे में उपनिदेशक शिक्षा विभाग को सूचित किया गया। उनके निर्देशों से जो प्रश्न पत्र कम आए थे उन्हें किसी तरह से फोटोस्टेट करवा कर बच्चों को दिया गया तब जाकर बच्चे परीक्षा दे पाए। वहीं शिक्षा उपनिदेशक चंद्रेश्वर शर्मा ने इस प्रकरण के लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को जिम्मेवार बताया।