Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Jul, 2017 06:43 PM
भाजपा महिला मोर्चा ने कोटखाई रेप व मर्डर केस को लेकर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा है।
शिमला: भाजपा महिला मोर्चा ने कोटखाई रेप व मर्डर केस को लेकर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा है। महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष इंदू गोस्वामी और प्रदेश प्रवक्ता प्रेम चौहान ने संयुक्त बयान में कहा कि इस दर्दनाक प्रकरण में आरोपियों की सही जानकारी नहीं दी जा रही है। आरोप लगाया गया है कि बीते 4 वर्षों से राज्य में महिलाओं पर अत्याचार व दुराचार के मामलों में वृद्धि हुई है जो कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़ा करते हैं। सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने में नाकाम रही है। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयानों से साफ जाहिर है कि अपनी गलतियों और पुलिस प्रशासन की लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए भाजपा पर राजनीति करने का दोषारोपण किया जा रहा है।
जांच में पहले दिन से ही बरती कोताही
उन्होंने कहा कि उक्त मामले की जांच में पहले दिन से ही कोताही बरती गई। पहले तो साक्ष्य जुटाने में कोताही बरती और अब जांच को लेकर पुलिस प्रशासन संदेह के घेरे में है। वहीं इस प्रकरण में आए दिन मुख्यमंत्री के फेसबुक अकाऊंट व अन्य सोशल मीडिया में जो पोस्ट डाली जा रही हैं, उससे लगता है कि मुख्य आरोपियों को पकडऩे की बजाय उन्हें बचाने के ज्यादा प्रयास हो रहे हंै। भाजपा महिला मोर्चा ने कहा कि कांग्रेस सरकार से आम जनता परेशान है और बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। शिमला ही नहीं पूरे प्रदेश में आपराधिक घटनाओं के मामले लगातार सामने आ रहे हैं जिससे महिलाओं और बालिकाओं में असुरक्षा का माहौल है।
मुख्यमंत्री नहीं झाड़ सकते पल्ला
भाजपा महिला मोर्चा ने कहा कि प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री इस मामले की जांच सी.बी.आई. को सौंप कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकते। कहा गया है कि मौजूदा हालातों में यदि असल अपराधी नहीं पकड़े गए तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी और इसके लिए जनता व खास करके महिला वर्ग माफ नहीं करेगा।