Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Nov, 2017 09:18 PM
हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने प्रैस बयान में कहा कि इन विधानसभा चुनावों में हिमाचल प्रदेश में जमीन खिसकने के बाद....
सुजानपुर: हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने प्रैस बयान में कहा कि इन विधानसभा चुनावों में हिमाचल प्रदेश में जमीन खिसकने के बाद अब गुजरात विधानसभा चुनावों में भाजपा के पसीने छूटे हुए हैं और गुजरात में तो भाजपा को जबरदस्त एंटी इनकंबैंसी का सामना करना पड़ रहा है। राजेंद्र राणा ने कहा कि जिस तरह मोदी सरकार के साढ़े 3 साल के शासनकाल में देश में महंगाई कई गुना बढ़ी है और नोटबंदी व जी.एस.टी. की मार ने आम आदमी के साथ छोटे दुकानदारों की कमर तोड़ दी है, उससे जनता का भाजपा से पूरी तरह मोहभंग हो चुका है।
हिमाचल में राजनीतिक जमीन नहीं बचा पाई भाजपा
उन्होंने कहा कि भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अपने तमाम केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को झोंके रखा लेकिन वे भाजपा की राजनीतिक जमीन नहीं बचा पाए। तमाम भाजपा नेता जनता के इन सवालों का भी जवाब नहीं दे पाए कि लोकसभा चुनावों से पहले उन्हें दिखाए गए सपने मोदी सरकार पूरे क्यों नहीं कर पाई और आम आदमी के साथ भाजपा ने इतना बड़ा छल क्यों किया। राजेंद्र राणा ने चुटकी लेते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश भाजपा 19 नवम्बर को हमीरपुर में इसलिए पार्टी की समीक्षा बैठक करने जा रही है क्योंकि उसके बड़े-बड़े दिग्गज इस चुनाव में अपने-अपने हलकों में हार रहे हैं और चुनावी नतीजों के बाद वे हाशिए पर चले जाएंगे।
भाजपा को वायदाखिलाफी पर जनता का करारा सबक
उन्होंने कहा कि इसलिए हार का आकलन करने के लिए यह सबसे अच्छा समय है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जनता ने भाजपा को उसकी वायदाखिलाफी के लिए करारा सबक सिखाया है और वीरभद्र सरकार द्वारा पिछले 5 सालों के दौरान प्रदेश में करवाए गए रिकार्ड विकास व जनकल्याणकारी कार्यों पर अपनी सहमति की मोहर लगाई है।