Edited By Updated: 22 Feb, 2017 11:26 AM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को मेरे आऊटसाइडर होने पर एतराज क्यों है? जनाब भी तो पिछला चुनाव लडऩे के लिए रोहड़ू रामपुर छोड़कर शिमला ग्रामीण सीट पर आए थे।
नाहन: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को मेरे आऊटसाइडर होने पर एतराज क्यों है? जनाब भी तो पिछला चुनाव लडऩे के लिए रोहड़ू रामपुर छोड़कर शिमला ग्रामीण सीट पर आए थे। वीरभद्र ने चुनाव लड़ा और चुनाव जीते लेकिन हमने तो कभी एतराज नहीं जताया लेकिन वीरभद्र को नाहन विधानसभा से पार्टी की हार और मेरी जीत आज तक हजम नहीं हुई, यही वजह है कि पिछले 5 सालों से मुख्यमंत्री समेत क्षेत्र के कांग्रेसी नेता मेरे आऊटसाइडर होने का राग अलाप रहे हैं।
जिस जनता ने जिताया उसी को ठगा
भाजपा के मुख्य प्रवक्ता विधायक डा. राजीव बिंदल ने मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री करोड़ों के विकास के दावे करते रहे हैं जबकि सच यह है कि आज भी उनके पुराने क्षेत्र रोहड़ू व रामपुर सड़कों व पेयजल सिंचाई योजनाओं से महरूम हैं। जिस जनता के बलबूते पर चुनाव जीत कर वीरभद्र विधायक बने और मुख्यमंत्री रहकर राज कर रहे हैं वहां की जनता को विकास के मामले में ठगा गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सरकार के आखिरी साल में पुलों का शिलान्यास करने आए तो पिछले 5 साल में क्यों नहीं बनाए।
सिरमौर को वोट के नाम पर पिछड़ा रखा
बिंदल ने कहा कि हम तो सोलन को चमचमाता छोड़कर आए हैं और अब नाहन विधानसभा क्षेत्र को विकास की बुलंदियों पर लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि नाहन समेत जिला के अन्य क्षेत्र विकास में पिछड़े हैं तो यह सब मुख्यमंत्री की बदौलत है क्योंकि वह 6 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। सिरमौर से झोली भर-भर कर जनता ने कांग्रेस को वोट दिए लेकिन मुख्यमंत्री ने केवल वोट के नाम पर जिला को पिछड़ा रखा। बिंदल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आज जिन 7 पुलों का शिलान्यास किया है वो वास्तव में हमार संघर्ष का नतीजा है।
हारे हुए नेताओं को गाडिय़ों में करवाई मौज
बिंदल ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने विधायक होते हुए भी उन्हें सरकारी कार्यक्रमों के निमंत्रण भेजना गंवारा नहीं समझा क्योंकि मुख्यमंत्री नहीं चाहते थे कि विधायक उनके साथ मंच सांझा करे जबकि चुनाव में हारे हुए कांगे्रसी नेताओं को सरकारी गाडिय़ां व लाल-नीली बत्तियां देकर मौज करवाई जा रही है जिससे सरकारी खजाने पर करोड़ों रुपए का बोझ पड़ रहा है।