Edited By Punjab Kesari, Updated: 16 Nov, 2017 10:29 PM
सी.पी.एस. नीरज भारती ने एक बार फिर से अपनी ही पार्टी को आड़े हाथों लिया है।
शिमला: सी.पी.एस. नीरज भारती ने एक बार फिर से अपनी ही पार्टी को आड़े हाथों लिया है। मतदान के बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से पदाधिकारियों के निष्कासन पर उन्होंने आपत्ति जताई है। सोशल मीडिया पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि यदि कुछ लोग अपने विधानसभा क्षेत्रों में मजबूत थे तो उनको समय रहते पार्टी ने टिकट क्यों नहीं दिए। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं ने पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ा, उनको पार्टी से बाहर करने की कोई आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से उठाया गया यह कदम भविष्य में घातक सिद्ध हो सकता है।
कमजोर प्रत्याशियों का ठीकरा सभी कांग्रेसियों पर फोड़ना गलत
उन्होंने कहा कि कमजोर प्रत्याशियों का ठीकरा सभी कांग्रेसियों पर फोडऩा गलत है। उन्होंने कहा कि जिस नेता ने टिकट दिलवाया, उसे संबंधित प्रत्याशी के लिए प्रचार करना चाहिए था। चुनाव के समय मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के अलावा कोई भी नेता दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में सक्रिय नजर नहीं आए। उन्होंने कहा कि जिन नेताओं ने 5 साल अपने विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने का प्रयास किया, उनको निकालना तर्कसंगत नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ा है। अत: उनको बाहर निकालना सही नहीं है।
फेसबुक पर भारती के बोल
खुद चुनाव लड़कर वोट हासिल करना अलग बात है परंतु वही वोट किसी और प्रत्याशी को दिलवाना अलग बात है। आजकल नेताओं से ज्यादा लोग खुद दिमाग चलाते हैं, उन्हें सब पता रहता है कि क्या करना है और क्या नहीं?
52 पर गिर चुकी है गाज
कांग्रेस की तरफ से अब तक 52 कांग्रेसियों को पार्टी से बाहर किया जा चुका है। इसमें युवा कांग्रेस के भी करीब आधा दर्जन पदाधिकारी शामिल हैं। साथ ही पार्टी जल्द एक और सूची जारी करने की तैयारी में है। ऐसे में निष्कासित नेताओं की संख्या 75 तक पहुंचने की संभावना है।