Edited By Punjab Kesari, Updated: 24 Nov, 2017 06:51 PM
बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के मकसद से हिमाचल प्रदेश के सोलन में सरकार ने परमिट जारी किए थे, लेकिन आज आलम यह है कि शहर में सभी नियम कानून को ताक पर रखकर धड़ल्ले से 300 के करीब ऑटो सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं। प्रशासन भी शहर से इन ऑटो रिक्शा की...
सोलन/ चिनमय कौशल: बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के मकसद से हिमाचल प्रदेश के सोलन में सरकार ने परमिट जारी किए थे, लेकिन आज आलम यह है कि शहर में सभी नियम कानून को ताक पर रखकर धड़ल्ले से 300 के करीब ऑटो सड़कों पर दौड़ते नजर आते हैं। प्रशासन भी शहर से इन ऑटो रिक्शा की तादात को कम करने में असफल रहा है।
मनमानी को रोकने की तैयारी
अब परिवहन निगम ने ऑटो रिक्शा चालकों की मनमानी को रोकने की तैयारी कर रहा है। सोलन शहर के बीस किलोमीटर के क्षेत्रफल में 300 के करीब ऑटो बिना रुके सारा दिन इधर से उधर चलते हैं जिससे जहां एक तरफ शहर में जाम की स्थिति बनती है वहीं डीजल वाले ऑटो चलने से प्रदूषण को भी बढ़ावा मिल रहा है। क्षेत्रीय परिवहन निगम द्वारा सोलन मुख्यालय को पांच क्षेत्रों में बांटा है,जिसमें सोलन शहर, धर्मपुर, कंडाघाट, नौणी व देवठी क्षेत्र के लिए परमिट जारी किए गए थ, लेकिन अधिकतर ऑटो चालक शहर में ही अपना ऑटो चला रहे हंै। कुछ ऑटो मालिकों द्वारा अपने ऑटो किराये पर भी चलाने के लिए ठेके पर देने की बात भी सामने आई है।
मुख्यालय की सड़कों पर दौड़ रहे ऑटो
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एमडी शर्मा से जब इस बारे बात की गई तो उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों के लिए परमिट आबंटित किये गए थे। लेकिन देखने में आया है कि अधिकतर ऑटो रिक्शा सोलन मुख्यालय की सड़कों पर ही चलाये जा रहे हैं, जिससे शहर में जाम लग रहे हैं और प्रदूषण भी बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जिसके नाम पर ऑटो का परमिट है केवल वही ऑटो को चलाने के हकदार हैं, जिन लोगों ने ऑटो ठेके पर दिए हैं उनका परमिट रद्द किया जा सकता है, जिसके लिए परिवहन विभाग द्वारा कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।