Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Jul, 2017 05:54 PM
सांसद अनुराग ठाकुर ने राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है।
शिमला: सांसद अनुराग ठाकुर ने राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार को प्रदेश के विकास की कोई चिंता नहीं है और न ही वह प्रदेश में विकास कार्यों को कराने की इच्छा रखती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार कई केंद्रीय योजनाओं को लटकाने के बाद अब नए केंद्रीय विद्यालयों के लिए जमीन देने में भी असहयोग का रवैया अपनाए हुए है। उन्होंने कहा कि सांसद होने के नाते जनता तथा कुछ विधायकों ने उनसे अपने-अपने क्षेत्रों में केंद्रीय विद्यालय खोलने का आग्रह किया, ऐसे में उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय को मामले भेजकर ऊना जिला के सलोह और मंडी जिले के संधोल में नए केंद्रीय विद्यालय खुलवाए।
नयनादेवी, अम्ब और जसवां-कोटला से भी आए निवेदन
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही नयनादेवी, अम्ब और जसवां-कोटला में भी केंद्रीय विद्यालय खोलने का अनुरोध जनता और स्थानीय विधायकों ने उनसे किया। उन्होंने निवेदनों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत किया, जिसके बाद मंत्रालय ने अपने जवाब में उनसे कहा कि सभी नए केंद्रीय विद्यालयों के प्रस्ताव संबंधित जिलाधीशों द्वारा राज्य सरकार के माध्यम से मंत्रालय के पास आने चाहिए क्योंकि नए केंद्रीय विद्यालयों के लिए जमीन राज्य सरकार देगी। उनके अनुसार इसके बाद उन्होंने संबंधित सभी जिलाधीशों को इस संबंध में पत्र लिखकर मानव संसाधन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजने के लिए कहा।
यह जानकार भी नहीं होगी हैरानी
उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन उपलब्ध करवाने के मामले में जिलाधीश ऊना ने उन्हें पत्र लिखकर कहा कि वह खुद से प्रस्ताव नहीं भेज सकते, उन्हें राज्य सरकार से अनुमति की जरूरत होगी, जिसके लिए उन्होंने प्रदेश के प्रधान सचिव (शिक्षा) को लिखकर अनुमति मांगी है। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने प्रधान सचिव (शिक्षा) को पत्र लिखा लेकिन उनसे अभी कोई जवाब नहीं आया है। इसलिए अब मुख्य सचिव को लिखकर कहा है कि इस मामले में हस्तक्षेप कर मामले को सुलझाएं। उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर हैरानी नहीं होगी कि मुख्यमंत्री ने जिलाधीशों को खासकर मेरे लोकसभा क्षेत्र में विकास क ार्य में देरी करने के निर्देश दिए हों।