Edited By Punjab Kesari, Updated: 19 Mar, 2018 01:00 PM
जिला के 2 उपमंडलों सलूणी व चुराह को सीधे बनीखेत से जोड़ने वाले सुंडला-गोली मार्ग पर लचोड़ी के पास बने वैली पुल की हालत खस्ता होने के कारण यहां से गुजरते समय कभी भी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। ऐसे में इस पुल के प्रति प्रशासन व सरकार को गंभीरता...
चम्बा : जिला के 2 उपमंडलों सलूणी व चुराह को सीधे बनीखेत से जोड़ने वाले सुंडला-गोली मार्ग पर लचोड़ी के पास बने वैली पुल की हालत खस्ता होने के कारण यहां से गुजरते समय कभी भी वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। ऐसे में इस पुल के प्रति प्रशासन व सरकार को गंभीरता दिखानी चाहिए लेकिन अफसोस इस बात का है कि अब तक इस मामले पर गंभीरता दिखाने के नाम पर महज यह व्यवस्था की गई है कि इस पुल के दोनों तरफ चेतावनी बोर्ड लगा दिए गए हैं। इस पुल को अगर ध्यान से देखा जाए तो इसके नीचे एक और पुल का भाग मौजूद है। यानी इस स्थान पर पहले सीमैंट का पुल बनाया गया था लेकिन उसके जर्जर होने पर सरकार ने लचोड़ी नाले पर वैली स्टील पुल का निर्माण किया लेकिन दिन ब दिन दोनों उपमंडलों में वाहनों की बढ़ती संख्या के साथ इस पुल पर बढ़ते दबाव के चलते अब इस पुल की सांसें उखडऩी शुरू हो गई हैं। सही मायने में इस पुल को पार करना खतरे को दावत देने के समान है।
क्या कहते हैं लोग
राम कुमार, तिलक राज, चतर सिंह, मेहर सिंह, हेमराज, दिलावर, करतार सिंह, चैन लाल, कुलभूषण सिंह, अरबाज खान, मेहुल कुमार, जगदीश कुमार, चतर सिंह, प्रमोद कुमार, सुलभ कुमार, रामकृष्ण, अब्दुल मजीद, ज्ञान चंद व त्रिलोक चंद का कहना है कि सही मायने में यह जिला के 2 उपमंडलों के लोगों के लिए लाइफ लाइन है। इस पुल के न होने पर दोनों उपमंडलों के लोगों को गोली तक पहुंचने के लिए वाया चम्बा होकर जाना पड़ेगा जिसका सीधा मतलब यह है कि लोगों को कम से कम 50 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। ऐसे में जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग व क्षेत्र के प्रतिनिधि इस नाले पर नए पुल का निर्माण करवाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाएं।