Edited By Punjab Kesari, Updated: 13 Oct, 2017 04:32 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की चौथी विधानसभा सीट का रुख कर लिया है। 50 साल से ज्यादा का राजनीतिक अनुभव रखने वाले सीएम ने इस बार शिमला जिला की चौथी सीट से उतरने का मन बनाया है।
शिमला (राक्टा): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की चौथी विधानसभा सीट का रुख कर लिया है। 50 साल से ज्यादा का राजनीतिक अनुभव रखने वाले सीएम ने इस बार शिमला जिला की चौथी सीट से उतरने का मन बनाया है। प्रदेश की राजनीति का रुख करने के बाद वीरभद्र सिंह ने पहली बार अक्टूबर 1983 में जुब्बल कोटखाई सीट से विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाई। तत्कालीन मुख्यमंत्री रामलाल ठाकुर के पद छोड़ने के बाद वीरभद्र सिंह ने इस सीट से उप चुनाव लड़ा और जीता भी।
साल 1985 के चुनाव में वे दोबारा इस सीट पर कामयाब हुए। जुब्बल कोटखाई के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने रोहड़ू से चुनाव लड़ा। साल 1990, 1993, 1998 और 2003 में वो सीट से चुनावी मैदान में कूदे और लगातार जीते भी। रोहड़ू के बाद साल 2012 में सीएम ने पुनर्सीमांकन के बाद नई बनी शिमला ग्रामीण सीट से किस्मत आज़माई। शिमला ग्रामीण से चुनाव जीतकर वीरभद्र सिंह प्रदेश के छठी बार मुख्यमंत्री बने। अब 2017 के चुनाव में वे ठियोग सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं।