Edited By Punjab Kesari, Updated: 04 Mar, 2018 09:52 AM
43 विद्यार्थी, 2 कमरे,जिनमें एक बुरी हालत में और उसी में चलता है कार्यालय। यह हालत है पद्दर पंचायत में आने वाले गिरथोली प्राइमरी स्कूल की। इस प्राथमिक पाठशाला में छात्रों को बैठने के लिए कमरे तक नसीब नहीं हैं। समस्या तब और बढ़ जाती है जब बारिश का...
पालमपुर : 43 विद्यार्थी, 2 कमरे,जिनमें एक बुरी हालत में और उसी में चलता है कार्यालय। यह हालत है पद्दर पंचायत में आने वाले गिरथोली प्राइमरी स्कूल की। इस प्राथमिक पाठशाला में छात्रों को बैठने के लिए कमरे तक नसीब नहीं हैं। समस्या तब और बढ़ जाती है जब बारिश का मौसम आता है। दशकों पहले स्कूल प्रबंधन द्वारा बनाया गया भवन दम तोड़ चुका है। जुगाड़ करके शिक्षा विभाग ने माध्यमिक स्कूल के 2 कमरों की व्यवस्था तो कर दी है, जिसमें से 1 की हालत खस्ता बनी हुई है। स्कूल प्रबंधन की मानें तो उन्हें कक्षाओं और कार्यालय संबंधी कार्य करने के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था ही नहीं है। एक साथ 3 कक्षाएं और कार्यालय चलाना पड़ रहा है। बात शौचालयों की करें तो यहां शौचालय का निर्माण तो किया गया है लेकिन सभी के सभी बंद हो चुके हैं।
यहां शौचालयों की भी उचित व्यवस्था नहीं
ऐसे में एकमात्र खस्ताहाल शौचालय है जिसका प्रयोग छात्र-छात्राएं और स्कूल स्टाफ इकटठे कर रहे हैं। स्कूल प्रबंधन को कक्षाओं और कार्यालय का काम करते समय दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बच्चों के अनुसार सभी कक्षाओं के विद्यार्थियोंको एक साथ पढ़ाया जाता है, जिससे उनका ध्यान अपने विषयों पर केंद्रित नहीं हो पाता है। तो साथ ही यहां शौचालयों की भी उचित व्यवस्था नहीं है। जब इस बारे मुख्याध्यापक बैली राम से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विभाग को दर्जनों पत्र लिखे गए हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। शौचालय महीनों से बंद हैं इसलिए ताला जड़ा हुआ है। चारदीवारी भी नहीं है इसलिए जानवर और पशु स्कूल के अंदर प्रवेश करते रहते हैं। काम करने व बच्चों को पढ़ाने के लिए कमरों की व्यवस्था भी नहीं हैं।