Edited By Punjab Kesari, Updated: 28 Jun, 2017 12:54 AM
नगर परिषद नगरोटा बगवां के वार्ड नम्बर 3 के पार्षद सुमेश कुमार की शिकायत पर नगरोटा बगवां पुलिस ने सोमवार सायं निकटवर्ती ग्राम पंचायत कबाड़ी के 3 युवकों पर लड़ाई-झगड़ा करने का मामला दर्ज किया है।
नगरोटा बगवां: नगर परिषद नगरोटा बगवां के वार्ड नम्बर 3 के पार्षद सुमेश कुमार की शिकायत पर नगरोटा बगवां पुलिस ने सोमवार सायं निकटवर्ती ग्राम पंचायत कबाड़ी के 3 युवकों पर लड़ाई-झगड़ा करने का मामला दर्ज किया है। पार्षद ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि रविवार देर रात जब वह अपने स्कूटर पर घर जा रहा था तो रास्ते में कबाड़ी गांव के 3 युवकों ने उसके स्कूटर को लात मारकर नीचे गिरा दिया और तीनों ने मिलकर उसकी पिटाई कर दी। मंगलवार को डी.एस.पी. कांगड़ा सुरिन्द्र शर्मा, एस.एच.ओ. एन.डी. थिंड ने पुलिस टीम के साथ पार्षद के घर जाकर बयान दर्ज कर उसका मैडीकल करवाने के उपरांत कबाड़ी के 3 युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
गुस्साए ग्रामीणों ने किया धरना-प्रदर्शन
पार्षद की पिटाई के मामले में पुलिस द्वारा अभी तक कोई भी गिरफ्तारी न होने पर पार्षद के परिजन व अन्य ग्रामीण भड़क उठे और उन्होंने पुलिस थाना नगरोटा बगवां के बाहर बुधवार को धरना-प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया। आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर गुस्साए पार्षद के परिजनों ने परिवहन मंत्री जी.एस. बाली व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप था कि राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस मारपीट के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
हमारे लड़कों को झूठ मामले में फंसाया जा रहा
कबाड़ी गांव के मारपीट के आरोपियों के परिजनों ने भी थाना नगरोटा बगवां में आकर बताया कि उनके लड़कों ने किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की है, उन्हें झूठे मामले में फंसाया गया है। इस बारे डी.एस.पी. कांगड़ा सुरिंद्र शर्मा ने कहा कि पार्षद के बयान के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 341, 323, 504, 427, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है तथा मैडीकल रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।
पुलिस कर रही आरोपियों की तलाश
उन्होंने कहा कि आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस ने उनके घर पर दबिश दी तथा वे घर पर नहीं पाए गए, पुलिस उनकी तलाश कर रही है। उधर, भाजपा नेता अरुण मेहरा ने बुधवार को पुलिस थाना में जाकर प्रदर्शन कर रहे पीड़ित परिवार के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा कि नगरोटा बगवां में राजनीतिक संरक्षण के तहत माहौल खराब हो रहा है जिस कारण क्षेत्र में असंतोष है।