Edited By Punjab Kesari, Updated: 02 Sep, 2017 12:12 AM
प्रदेश में मौजूदा मानसून सीजन के दौरान 634.87 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति तबाह हुई है।
शिमला: प्रदेश में मौजूदा मानसून सीजन के दौरान 634.87 करोड़ रुपए की चल व अचल संपत्ति तबाह हुई है। सबसे अधिक नुक्सान लोक निर्माण विभाग का आंका गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि मानसून सीजन के दौरान अब तक 289 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें से 68 लोगों की जान प्राकृतिक आपदा यानी बादल फटने, भू-स्खलन की चपेट में आने, नदी-नालों में बह जाने की वजह से हुई है जबकि 221 लोगों की जान विभिन्न दुर्घटनाओं में गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अनेक लोगों की बहुमूल्य जिंदगियों को बचाने के लिए पूरे राज्य में सड़कों पर ब्लैक स्पॉट की पहचान की जानी चाहिए।
नुक्सान को पूरा करने के लिए 193.23 करोड़ रुपए जारी
उन्होंने कहा कि वर्षा तथा अन्य प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुए नुक्सान को पूरा करने के लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान 31 अगस्त, 2017 तक जिलाधीशों तथा अन्य विभागों को 193.23 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। इसमें 63.23 करोड़ एन.डी.आर.एफ. तथा 130 करोड़ एस.डी.आर.एफ. द्वारा दी गई है। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 2 पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया। इस दौरान राजस्व मंत्री कौल सिंह ने कोटरोपी भू-स्खलन प्रभावितों के राहत एवं पुनर्वास की दिशा में उठाए गए प्रभावी कदमों के लिए प्रशासन की सराहना की। इस मौके पर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजेन्द्र राणा, मुख्य सचिव मुख्य सचिव वी.सी. फारका भी मौजूद रहे।