Edited By Punjab Kesari, Updated: 20 Aug, 2017 10:38 AM
स्थायी नीति बनाए जाने की अपनी मांग को लेकर प्रदेश भर के आऊटसोर्स कर्मचारी 22 अगस्त को सामूहिक अवकाश...
शिमला: स्थायी नीति बनाए जाने की अपनी मांग को लेकर प्रदेश भर के आऊटसोर्स कर्मचारी 22 अगस्त को सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। इसी दिन हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आरंभ होने के साथ-साथ प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक भी होगी। लिहाजा ऐसे में आऊटसोर्स कर्मचारी सरकार पर अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से दबाव बनाएंगे। मंत्रिमंडल बैठक से पहले आऊटसोर्स कर्मचारियों का मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों से मुलाकात करने का कार्यक्रम है। हिमाचल प्रदेश आऊटसोर्स कर्मचारी संघ के प्रधान यूनस अख्तर, महासचिव तृप्ता भाटिया व प्रैस सचिव मीनाक्षी ने बताया कि राज्य के विभिन्न विभागों, निगम व बोर्ड में आऊटसोर्स पर सेवाएं देने वाले हजारों कर्मचारी इस दिन मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्रियों से मिलेंगे।
22 अगस्त को सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय
इस दौरान सरकार से स्थायी नीति को बनाए जाने की मांग की जाएगी। इसके लिए सभी जिला में सेवाएं देने वाले कर्मचारियों से इस आयोजन में भाग लेने को कहा गया है ताकि प्रभावी तरीके से सरकार के समक्ष अपना पक्ष रखा जा सके। संघ के नेताओं ने कहा कि कर्मचारी स्थायी नीति बनाए जाने की मांग कर रहे हैं ताकि उनका भविष्य सुरक्षित बन सके। उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रदेश मंत्रिमंडल की तरफ से आऊटसोर्स पर सेवाएं देने वाले कर्मचारियों को उनकी कार्य स्थिति को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नीति-निर्देश को बनाए जाने की घोषणा की गई थी। इन नीति-निर्देशों के अनुसार कर्मचारियों को मैडीकल और छुट्टी की सुविधा देने की बात कही गई थी। इसी तरह ठेकेदारों की कमीशन कम करने का भी फैसला लिया गया था। मंत्रिमंडल के इस फैसले से आऊटसोर्स कर्मचारी संतुष्ट नहीं हैं और वे अपने लिए स्थायी नीति को बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी के तहत कर्मचारियों ने प्रदेश भर में 22 अगस्त को सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है।